कोटा । अखिल भारतीय बेरोजगार मजदूर किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज दुबे ने कहा कि बुलेट ट्रेन में बैठाने का सपना दिखाने वाली भाजपा सरकार में पैदल पलायन को मजबूर मजदूरो को लोकल पैसेंजर ट्रेन भी नसीब नही हुई। लॉकडाउन के 2 महीने बीतने के बाद भी प्रवासी मजदूर आज भी पैदल पलायन को मजबूर है।
दुबे ने कहा कि भूख प्यास चिलचिलाती गर्मी पुलिस की पिटाई के साथ साथ पैदल पलायन की हृदयविदारक परेशानियों के साथ आज भी बेरोजगार गरीब मजदूर पलायन को मजबूर आखिर क्यों है?
दुबे ने कहा कि प्रवासी मजदूरो के पैदल पलायन के कष्टदायक दृश्य लगातार सामने आ रहे है।लेकिन केन्द्र में बैठी भाजपा की संवेदनहीन सरकार का कलेजा फिर भी नही पसीज रहा।
भीषण गर्मी में नंगे पैर सड़को व रेल की पटरियों पर जिंदगी बचाने की जंग लड़ रहे मजदूरो की परेशानियों से सरकार का कोई वास्ता नही है।
दुबे ने प्रवासी मजदूरो के मामले में केन्द्र सरकार के रवैये की तीव्र निन्दा करते हुए कहा एक के बाद एक अब तक 150 से ज्यादा प्रवासी मजदूरो की पलायन के दौरान मौत हो चुकी है।लेकिन फिर भी प्रवासी मजदूरो के भोजन व घर वापसी तक कि व्यवस्था नही कर पाई मोदी सरकार।