कोटा कोटा रेल मंडल में रेलवे स्टेशन पर रह रहे मजदूरों पर आर पी एफ ने दमंगाई दिखाई तो रेल कर्मचारियों ने दरिया दिली दिखाते हुए ऐसे मजदूरों मंगलवार को राशन सामग्री वितरीत कर उनकी मदद की। रेल कर्मचारियों ने आगे भी मजदूरों को मदद का भरोसा दिया।
रेल कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह मजूदर ठेकेदरों के पास रेलवे का काम करते हैं। लेकिन ठेकेदारों के काम बंद होने से इन मजदूरों के सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है। अधिकतर मजदूर मध्यप्रदेश के रतलाम और झाबूआ जिलों में रहने वाला मामा लोग हैं। ट्रेने भी बंद होने से यह लोग अपने घर भी नहीं जा पा रहे हैं। इन मजदूरों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
कर्मचारियों ने बताया कि पानी आदि की सुविधा के चलते यह लोग स्टेशन पर रुके हुए थे। लेकिन यहां से आरपीएफ ने इन लोगों को भगा दिया।
इसके बाद से इनका कोई ठिकाना नहीं है। कभी यार्ड में कभी रेलवे कॉलोनी के अन्य हिस्सों में यह लोग रह रहे हैं।
कैरिज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों को यार्ड में भूख से बिलखते बच्चे नहीं देखे गए। ऐसे में कर्मचारियों ने एकजुट होकर आटे के कट्टे और चावल बांटे। साथ ही राशन की अन्य सामग्री भी उपलब्ध करवाई। राशन पाकर मजदूर कर्मचारियों के प्रति कृतकता से भर उठे।
ठेकेदार पुनित अरोड़ा ने बताया कि कई संवेदकों ने भी मजदूरों को राशन सामग्री उपलब्ध करवाई है। ठेकेदारों ने आगे भी मजदूरों को मदद का भरोसा दिया है।