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जीवोत्थान पंचांगम् एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान दिनांके -(आँग्ल) 08/12/2021. बुधवार

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07 Dec 21
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जीवोत्थान पंचांगम्  एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान दिनांके -(आँग्ल) 08/12/2021.  बुधवार

जीवोत्थान पंचांगम्  एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान (पाक्षिक  समेकित राशि फल सहित) {#यह सेवा जिन सज्जनों के लिए काम आ सके तदर्थ है।ज्योतिर्विद- सुविज्ञों के लिए आवश्यक नहीं# } 
(महर्षि यादवेन्द्र शिक्षाचार्य , Rtd RES, भाषात्रयी  आशुसाहित्यकार) 
Jeevotthan Panchangam, Sanskaritam - Evam Janm Rashi Falanuman 
दिनांके -(आँग्ल) 08/12/2021.  बुधवार
राष्ट्रीय भारतीय दिनांक 17/09/1943
17मार्गशीर्ष मास1943
सृष्टिगतसौरार्कदिनांक -
21/08
/1955885122#(# पंचांगकारानुसार वर्ष, दैनिक सूर्योदय कालीन सूर्य संक्रांति राशि - अंशतः अंकतः स्थानीय व्यवस्था)  
भारतीय पंचांग विक्रमीय दिनांक
20/09/2078 
( इसे यहाँ निम्नानुसार लिखा है - सूर्योदयी तिथि सौरतः कृष्ण पक्षतः या गताग्र /पूर्णिमांत चैत्रादि मास /विक्रम संवत्|तिथि /मास में वृद्धि) 
मार्गशीर्ष
तिथि पंचमी21:25:25
पक्ष शुक्ल
नक्षत्र श्रवण22:38:50
योग ध्रुव13:07:41
करण बव10:27:50
करण बालव21:25:25
माह (अमावस्यांत)मार्गशीर्ष
माह (पूर्णिमांत)मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि   मकर
सूर्य राशि  वृश्चिक
सूर्योदय07:09:10
सूर्यास्त17:47:22
दिन काल10:38:12
रात्री काल13:22:27
चंद्रोदय11:08:43
चंद्रास्त22:11:58
सूर्योदयलग्न  वृश्चिक22°1' ,
 'सूर्य नक्षत्र ज्येष्ठा
आज के नामकरणाक्षर
चन्द्र नक्षत्र श्रवण
पद, चरण2 खूश्रवण11:19:41
3 खे श्रवण16:57:58
4 खो श्रवण22:38:50
1 गा धनिष्ठा28:22:22*
मुहूर्त
राहु काल12:28 - 13:48अशुभ
यम घंटा08:29 - 09:49अशुभ
अभिजित्12:07 -12:50अशुभ
दूर मुहूर्त12:07 - 12:50अशुभ
चोघडिया, दिन
लाभ07:09 - 08:29शुभ
अमृत08:29 - 09:49शुभ
काल09:49 - 11:08अशुभ
शुभ11:08 - 12:28शुभ
रोग12:28 - 13:48अशुभ
उद्वेग13:48 - 15:08अशुभ
चर15:08 - 16:28शुभ
लाभ16:28 - 17:47शुभ
चोघडिया, रात
उद्वेग17:47 - 19:28अशुभ
शुभ19:28 - 21:08शुभ
अमृत21:08 - 22:48शुभ
चर22:48 - 24:29*शुभ
रोग24:29* - 26:09*अशुभ
काल26:09* - 27:49*अशुभ
लाभ27:49* - 29:30*शुभ
उद्वेग29:30* - 31:10*अशुभ
(अंतिम कॉलम अंत समय है.) 
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विशेष विवेचन -     आकाशदर्शन/स्वाध्याय बोध   -नाग पञ्चमी देशाचार। विवाह पंचमी। व्यतिपात महापात् 11.45समाप्त।श्री राम जानकी विवाह ।शुक्र मकर में। वायव्य दक्षिणदिशाएँ प्रभावित।  जनहित योजना । 
शिक्षा-तकनीकी एवं    जलोत्थान सैन्य प्रकरण में  नव चिंतन । ग्राफिक्स  प्रभावित पर। । ##############
*अन्तिम कालम अन्त  समाप्तिकाल है।   
*समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले। तिथि - वार- नक्षत्र - योग - करण पंचांग में किसी के अशुभ प्रभाव में शुभाधिक्यता में सुयोग की तथा भद्रादि के यथा परिहार की मान्यता प्रचलित। कहीं स्थानीय यथाव्यवस्था देशाचारीय मान्यता से व्रतपर्वोत्सवोंकी व्यावहारिकता प्रचलित । जीवोत्थान स्थानीय देशान्तर - अक्षांश पर संगणित। विशेषार्थ आपके स्थलीय पंचांग दृष्टव्य। 
@जीवोत्थान जन्म राशि फलानुमान @
##################
जन्मराशितःआज सांकेतिक फलानुमान   
(विशेषार्थ स्वजन्म पत्रिका दृष्टव्य)   (एकन्दर राशि फल बोध 
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वृष कन्या कर्क मीन राशि वालों के लिये दिनमान के मिश्रित , मिथुन तुला कुंभ के लिए अड़चन फलद समय  तथा अन्य हेतु अपेक्षाकृत दिनमान ठीक।)
जन्म राशि - - - - - समेकित फलानुमान 
मेष    -    अनुकूलता 59 %
वृष. - मिश्रित 63 %
मिथुन  - अवरोध 59 %
कर्क.   - मिश्रित 58 %
सिंह. - अच्छा 63 %
कन्या.  - मिश्रित 58 %
तुला-परेशानी 66 %
वृश्चिक-अनुकूलता 59 %
धन. -सुधार 61 %
मकर-ठीक ठाक 52 %
कुंभ- उलझन 58 %
मीन- मिश्रित 58 %
विशेष - दिन शुद्धि सामान्यतः अच्छी फलद  है। 
जीवोत्थान पाक्षिक जन्म राशि  समेकित फलानुमान
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(दिसंबर पूर्वार्ध)
जन्म राशितः
मेष - - परेशानी 
वृष - - - -अच्छा 
मिथुन - - - - - - अनुकूलता 
कर्क - - - - -  सुधार 
सिंह - - - - -अवरोध 
कन्या - - - -अच्छा 
तुला - - - - सुधार 
वृश्चिक - - - - उलझन 
धन - - - - - - - अवरोध 
मकर - - - - - तरक्की
कुंभ - - - - -  अच्छा 
मीन - - - - - - अच्छा 
{(जीवात्मा की विचित्रता, ग्रह-प्रकृति फल भोग।
कर्मफल के सार से, जीवनचक्र - संजोग ।।
स्वात्मदेव सुसाक्षी रख, स्मरण  परब्रह्म  साथ।
   स्वशुद्धभाव  कर्मरत्  हो ,तो साथ रहे नाथ।
सम्मान प्रदान,दिया,लिया,,यथाभाग्य सब लेख। 
सुजन  निभावे पात्रता,आप्राण विधि- प्रलेख।।)} 
भारत की अद्वितीय विशेषताओं का, 
  अनवरत् दिव्यामृतपान करनाहै।
   "ब्रह्माण्डोत्थान" हेतु मानवादर्श का, 
   'जीवोत्थान 'सदाश्रय को अपनाना है।। 
परिवारे गृहे देशे, स्वस्त्यस्त्वद्यदिने शुभे। 
परब्रह्मप्रसादेन, सर्वानुकूलमङ्गलम्।।
विद्या- दीक्षादिसंस्कार-वृत्तिर्जीवनसाधनम्।                  

प्रचलिते कलौ काले,चाशीर्वादोऽपि तादृशः!।।           🙏🙏👏💐🌹🌺🌷
ॐमहर्षि  - यादवेन्द्र जीवोत्थान उदयपुर


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