(महर्षि यादवेन्द्र शिक्षा शास्त्री, Rtd RES, भाषात्रयी साहित्यकार)
Jeevotthan Panchangam, Sanskaritam - Evam Janm Rashi Falanuman
दिनांके -(आँग्ल)05/05 /2021,
राष्ट्रीय भारतीय दिनांक 15/02/1943
15वैशाख 1943
सृष्टिगतसौरार्कदिनांक -
20/01 /1955885122#(#पंचांगकारानुसार वर्ष, दैनिक सूर्योदय कालीन सूर्य संक्रांति राशि - अंशतः अंकतः स्थानीय व्यवस्था)
भारतीय पंचांग विक्रमीय दिनांक
09/02/2078
( इसे यहाँ निम्नानुसार लिखा है - सूर्योदयी तिथि सौरतः कृष्ण पक्षतः या गताग्र /पूर्णिमांत चैत्रादि मास /विक्रम संवत्|तिथि /मास में वृद्धि )
नवमी, कृष्ण पक्ष
चैत्र
तिथिनवमी13:21:07
पक्ष कृष्ण
नक्षत्र धनिष्ठा09:09:30
योगब्रह्म19:35:18
करण गर13:21:07
करण वणिज25:41:09*
वार बुधवार
माह (अमावस्यांत)चैत्र
माह (पूर्णिमांत)वैशाख
चन्द्र राशि कुम्भ
सूर्य राशि मेष
सूर्योदय06:00:04
सूर्यास्त19:06:14
दिन काल13:06:10
रात्री काल10:53:10
चंद्रास्त13:42:53
चंद्रोदय26:58:39*
सूर्योदयलग्नमेष20°36'
सूर्य नक्षत्र भरणी
चन्द्र नक्षत्र धनिष्ठा
आज के नामाक्षर
पद, चरण4 गे :09:09:30
1 गो शतभिषा15:26:33
2 सा शतभिषा21:45:52
3 सी शतभिषा28:07:23*
मुहूर्त
राहुकाल12:33 - 14:11अशुभ
यम घंटा07:38 - 09:17अशुभ
अभिजिता12:07 -12:59अशुभ
दूर मुहूर्त12:07 - 12:59अशुभ
पंचक अहोरात्र
चोघडिया, दिन
लाभ06:00 - 07:38शुभ
अमृत07:38 - 09:17शुभ।
काल09:17 - 10:55अशुभ
शुभ10:55 - 12:33शुभ
रोग12:33 - 14:11अशुभ
उद्वेग14:11 - 15:50अशुभ
चर15:50 - 17:28शुभ
लाभ17:28 - 19:06शुभ
चोघडिया, रात
उद्वेग19:06 - 20:28अशुभ
शुभ20:28 - 21:50शुभ
अमृत21:50 - 23:11शुभ
चर23:11 - 24:33*शुभ
रोग24:33* - 25:54*अशुभ
काल25:54* - 27:16*अशुभ
लाभ27:16* - 28:38*शुभ
उद्वेग28:38* - 29:59*अशुभ
होरा(वारों की प्रकृति तथा करणीय शुभ कामों के अनुसार उपयोगी)
बुध06:00 - 07:06
चन्द्र07:06 - 08:11
शनि08:11 - 09:17
बृहस्पति09:17 - 10:22
मंगल10:22 - 11:28
सूर्य11:28 - 12:33
शुक्र12:33 - 13:39
बुध13:39 - 14:44
चन्द्र14:44 - 15:50
शनि15:50 - 16:55
बृहस्पति16:55 - 18:01
मंगल18:01 - 19:06
होरा, रात
सूर्य19:06 - 20:01
शुक्र20:01 - 20:55
बुध20:55 - 21:50
चन्द्र21:50 - 22:44
शनि22:44 - 23:38
बृहस्पति23:38 - 24:33*
मंगल24:33* - 25:27*
सूर्य25:27* - 26:22*
शुक्र26:22* - 27:16*
बुध27:16* - 28:11*
चन्द्र28:11* - 29:05*
शनि29:05* - 29:59*
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विशेष विवेचन - आकाशदर्शन/स्वाध्याय बोध - दक्षिणी उँचाई व ऊँचे भूभागांग तथा कहीं अप्रियता प्रभावित। जनहित योजना । अनुसंधानशिक्षा-तकनीकी एवं विद्वत् सज्जन में किसी प्रकरण में नव चिंतन । ग्राफिक्स अन्य शुभता प्रभावित पर। । ##############
*अन्तिम कालम अन्त समाप्तिकाल है।
*समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले। तिथि - वार- नक्षत्र - योग - करण पंचांग में किसी के अशुभ प्रभाव में शुभाधिक्यता में सुयोग की तथा भद्रादि के यथा परिहार की मान्यता प्रचलित। कहीं स्थानीय यथाव्यवस्था देशाचारीय मान्यता से व्रतपर्वोत्सवोंकी व्यावहारिकता प्रचलित । जीवोत्थान स्थानीय देशान्तर - अक्षांश पर संगणित। विशेषार्थ आपके स्थलीय पंचांग दृष्टव्य।
@जीवोत्थान जन्म राशि फलानुमान @
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जन्मराशितःआज सांकेतिक फलानुमान
(विशेषार्थ स्वजन्म पत्रिका दृष्टव्य) (एकन्दर राशि फल बोध
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तुला मकर राशि वालों के लिये दिनमान के मिश्रित , कर्क वृश्चिक मीन के लिए अड़चन फलद समय तथा अन्य हेतु अपेक्षाकृत दिनमान ठीक।)
जन्म राशि - - - - - - - - - - - - - समेकित फलानुमान
मेष - सुधार 61 %
वृष. - अनुकूलता62 %
मिथुन - मिश्रित 63 %
कर्क. अवरोध 59 %
सिंह. सुधार 68 %
कन्या. अच्छा 63 %
तुला. उलझन 58 %
वृश्चिक. परेशानी 67 %
धन. सुधार 61 %
मकर. मिश्रित 65 %
कुंभ. सुधार 61 %
मीन. अवरोध 59 %
विशेष - दिन शुद्धि सामान्यतःमिश्रित है।
जीवोत्थान पाक्षिक जन्म राशि समेकित फलानुमान-
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(मई पूर्वार्ध )
मेष - - सुधार
वृष - - - - -परेशानी
मिथुन - - - - - - सुधार लाभदायक
कर्क - - - - - सुधार ।
सिंह - - - - - -अच्छा
कन्या - - - - - उलझन
तुला - - - - - - अच्छा
वृश्चिक - - - - - - सुधार
धन - - - - - - - - - अच्छा
मकर - - - - - अवरोध
कुंभ - - - - - - -अनुकूलता
मीन - - - - - - - मिश्रित
भारत की अद्वितीय विशेषताओं का,
अनवरत् दिव्यामृतपान करनाहै।
"ब्रह्माण्डोत्थान" हेतु मानवादर्श का,
'जीवोत्थान 'सदाश्रय को अपनाना है।।
ॐमहर्षि - यादवेन्द्र जीवोत्थान उदयपुर।