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धन्वंतरि रथ – अहमदाबाद में लोगों के घर तक गैर-कोविड स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं पहुंचा रहा है

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04 Jul 20
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धन्वंतरि रथ – अहमदाबाद में लोगों के घर तक गैर-कोविड स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं पहुंचा रहा है

नई दिल्ली, इस कोविड-19 महामारी के दौरान जबकि कोविड स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है, इसी तरह सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में गैर-कोविड आवश्यक सेवाओं पर बराबर ध्यान दिया जा रहा है। अहमदाबाद नगरपालिका ने एक अनूठी पहल के अंतर्गत धन्वंतरि रथ तैयार किया है, जो मोबाइल वैन पर बना है और गैर-कोविड आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं शहर में लोगों के घर तक पहुंचा रहा है। शहर के कई बड़े अस्पतालों को विशेष रूप से कोविड-19 के उपचार के लिए लगाया गया है। इसलिए मधुमेह, रक्तचाप, हृद्य रोग आदि से संबंधित गैर-कोविड आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। ये सेवाएं उन लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं, जो अस्पतालों तक नहीं पहुंच कठिन होता है, क्योंकि कई अस्पताल ओपीडी सेवा प्रदान नहीं कर रहे ।

अहमदाबाद नगरपालिका ने एक और पहल करते हुए धन्वंतरि रथ के नाम से बड़ी संख्या में मोबाइल मेडिकल वैन तैनात की हैं। इन वाहनों में एक आयुष डॉक्टर, अर्ध-चिकित्साकर्मी और नर्सें तथा नगर निगम के शहरी स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी उपलब्ध रहते हैं। ये वाहन विभिन्न इलाकों में पहुंच कर गैर-कोविड आवश्यक सेवाओं के लिए ओपीडी सुविधा प्रदान करते हैं। इसके अलावा अहमदाबाद शहर में लोगों के घर तक चिकित्सा परामर्श भी उपलब्ध कराया जा रहा है। मोबाइल मेडिकल वैन में आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं, विटामिन, प्राथमिक जांच उपकरण और पल्स ऑक्सीमीटर समेत सभी आवश्यक दवाएं होती हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं उन लोगों तक पहुंच रही हैं, जो विभिन्न कारणों की वजह से अस्पताल की ओपीडी सेवा तक नहीं पहुंच सकते। धन्वंतरि रथ उन लोगों की पहचान में मदद दे रहे हैं, जिन्हें नैदानिक उपचार या अस्पताल में दाखिले की जरूरत है। यह रथ सुनिश्चित करते हैं कि वे समय पर अस्पताल पहुंच सकें।

अहमदाबाद नगरपालिका ने शहर भर में 120 धन्वंतरि रथ लगाये हैं। इन रथों ने सफलतापूर्वक अब तक 4,27,000 से अधिक ओपीडी परामर्श दिए हैं। इससे 20,143 मरीजों का बुखार, 74,048 मरीजों का खांसी-जुकाम, 462 मरीजों का श्वास संक्रमण के लिए सफलतापूर्वक उपचार किया गया है और उन्हें शहरी स्वास्थ्य केन्द्र और अस्पतालों में नैदानिक उपचार के लिए रेफर किया गया। इसके अलावा हाइपरटेंशन, मधुमेह और साथ में अन्य बीमारियों वाले अन्य 826 मरीजों को नैदानिक उपचार के लिए नजदीकी शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और अस्पतालों में रेफर किया गया। धन्वंतरि रथों को लगाए जाने से कोविड-19 का प्रबंधन अधिक सुचारू हुआ है , क्योंकि कई ऐसे मामलों की समय पर पहचान की जा सकी, जो छिपे हुए थे।

15 जून, 2020 से मोबाइल मेडिकल वैन की स्वास्थ्य सेवाओं को मलेरिया और डेंगू जांच के काम पर भी लगाया गया। मॉनसून के दस्तक देने की संभावना के मद्देनजर मच्छर जनित बीमारियों की बढ़ने की आशंका के कारण यह कदम उठाया गया।


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