हैप्पी होम उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापनगर, उदयपुर में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ सुषमा अरोडा के सानिध्य में बदलते परिवेश में परवरिश की चुनौतियाँ विषय पर अभिभावक सम्मेलन आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के संस्थापक निदेशक जगदीश अरोडा ने कि एवं मुख्य अतिथि डॉ. विजय लक्ष्मी एवं विशिष्ट अतिथि मधु सरिन एवं डॉ. पी.सी. जैन रहे। कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती की पूजा एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई एवं अतिथियों का स्वागत तिलक एवं उपरने से किया गया। प्रधानाचार्य ने अतिथियों का परिचय दिया उपरान्त विद्यालय का संक्षिप्त परिचय विद्यालय के संस्थापक महोदय ने दिया। डॉ विजय लक्ष्मी चौहान ने विद्यालय द्वारा किये गये अभिनव प्रयास की प्रशंसा करते हुए परिवेश के अर्थ को स्पष्ट करते हुए सांगोपांग रूप से बालकों साथ पूर्ण रूप से जुडकर शिक्षक एचं अभिभावक को विकास करना बताया। केवल रोटी, कपडा एवं आवश्यक वस्तु की व्यवस्था करना ही परवरिश नहीं है। अपितु बालक में मानवीय गुणों का विकास करते हुए मानसिकता को विकसित करना एवं बढती उम्र के साथ 12 से 19 वर्ष के अन्तर्गत बालक - बालिकाओं में होने वाले शारीरिक परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए यौन से सम्बंधित जानकारी एवं उनकी जिज्ञासाओं की जानकारी माता-पिता द्वारा बालक को देना परवरिश बताया एवं उनके साथ मित्र्वत व्यवहार करना बताया, विशिष्ट अतिथि डॉ. पी.सी जैन ने नव युवकों में बढती नशे की प्रवृति को रोकने के प्रयास एवं माता - पिता द्वारा बच्चों पर निगरानी रखने के अचूक उपाय बताए। जिससे सभी अभिभावक महोदय अभिप्रेरित हुए। डॉ. मधु सरीन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए छात्रें में सकारात्मक सोच के साथ संस्कारित करने के प्रयास एवं बचपन से ही संस्कारित करने को उपयुक्त बताते हुए बालक-बालिकाओं की बढती उम्र के साथ अभिभावक को खुल कर बात करने पर विचार व्यक्त किये एवं विद्यालय के साथ अभिभावक का जुडाव होना आवश्यक बताया।कार्यक्रम में विद्यालय के लगभग चार सौ से अधिक अभिभावक उपस्थित हुए जिन्होंने कार्यक्रम की उन्मुक्त कंठ से प्रशंसा की। मंच संचालन कक्षा बारहवीं की छात्र सुरभि मेघवाल एवं रविना डुलावत ने किया। इस अवसर पर डॉ. विजय लक्ष्मी चौहान ने विद्यालय के छात्रें के लिए निःशुल्क काउन्सलिंग एवं वर्कशाॅप करने की घोषणा की