पानी नया आया है लेकिन पानी मे कचरा फैंकने की हमारी पुरानी आदत नही बदली है। कुछ लोग प्लास्टिक, पॉलीथिन, बोतले और अन्य कचरा झीलों में डाल कर जीवनदायिनी झीलों को गन्दा करते है। यह चिंता झील मित्र संस्थान, झील संरक्षण समिति तथा गांधी मानव कल्याण समिति के साझे में हुए रविवारीय श्रमदान संवाद कार्यक्रम में व्यक्त की गई।
कार्यक्रम में द्रुपद सिंह, कुशल रावल , दिगम्बर सिंह , क्रुणाल कोष्ठी, तेज शंकर पालीवाल , नंद किशोर शर्मा, अनिल मेहता व स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। इन झील प्रेमियों ने दायजी पुलिया क्षेत्र में पीछोला से खरपतवार व विविध कचरे को बाहर निकाला।