भीलवाड़ा श्री माहेश्वरी समाज श्री चारभुजा जी मंदिर ट्रस्ट की 200 वर्ष से चली आ रही पौराणिक परंपरा एवं सास्कृतिक धरोहर दूसरी बार टूटी है राष्ट्रीय त्रासदी कोरोनावायरस के चलते 200 वर्ष मंदिर की ओर से धूमधाम से फाग महोत्सव मनाया जाता रहा है कि लेकिन इस बार सड़कें सूनी रही कल 24 मार्च को 4:00 बजे बड़े मंदिर से बेवान निकलकर पूरे शहर का भ्रमण करता है पौराणिक सांस्कृतिक परंपरा के तहत फाग महोत्सव मनाया जाता है लेकिन इस बार शहर शांत रहा बेवान पूरे भीलवाड़ा शहर में घूम कर चैत्र शुक्ला एकम नव वर्ष के प्रातः 7:30 बजे बड़े मंदिर में प्रवेश होता है इस इस बार फाग महोत्सव के तहत लगाए जाने वाला छप्पन भोग भी ठाकुर जी के नहीं लगा फाग महोत्सव में बेवान 16 घंटे रात भर घूम कर भक्तों के घर दर्शन देकर मंदिर लोटता है जहां महा आरती के बाद विधिवत ठाकुर जी को स्थापित करवाया जाता है 200 वर्ष से चली आ रही परंपरा 1993 में शहीद चौक में गोली कांड होने से कर्फ्यू लगने के कारण फाग महोत्सव नही मनाया गया था दूसरी बार राष्ट्रीय त्रासदी कोरोना वायरस की वजह से फाग महोत्सव नहीं मनाया गया उदयपुर के सदाराम देवपुरा ने माहेश्वरी समाज को यह मंदिर भेंट किया था जिसमें पुराने ट्रस्टी काशीराम जी पटवारी ने सवा 100 साल पूर्व मंदिर की देखरेख की मंदिर का देवस्थान विभाग एवं रजिस्टार ऑफिस में 1966 में रजिस्टर्ड हो रखा है यह जानकारी श्री माहेश्वरी समाज श्री बड़ा मंदीर चारभुजा ट्रस्ट के अध्यक्ष उदयलाल समदानी सचिव रामस्वरूप सांमरिया ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश पटवारी संरक्षक रामेश्वर तोषनीवाल ने दी