उदयपुर, जिल के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अब तकनीकी दौर में स्मार्ट होने जा रहे हैं। जल्द ही जिले के 797 स्कूलों के बच्चे दीवार के ब्लैक बोर्ड की बजाय इंटीग्रेटेड डिस्प्ले पैनल के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) के तहत ट्रस्ट अध्यक्ष जिला कलक्टर नमित मेहता ने इसके लिए लगभग 10 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की है।
मेहता ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर बदलते दौर में शिक्षा में तकनीक का प्रयोग बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकारी स्कूलों के बच्चों को समय के साथ कदमताल करते हुए तकनीकी सुविधा मुहैया करवाने के उद्देश्य से जिले के 797 स्कूलों में इंटीग्रेटेड डिस्प्ले पैनल लगवाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। इससे बच्चों की सीखने की क्षमता में वृद्धि होगी और शिक्षकों को अध्यापन में सुविधा होगी। डीएमएफटी के तहत ही जिले में 17 विद्यालयों के नए भवन बनाने हेतु प्रत्येक भवन के लिए 73 लाख यानि कुल करीब 13 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए हैं।
272 आंगनबाड़ियां बनेंगी मॉडल
जिले के 272 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधाओं का विस्तार करते हुए उन्हे मॉडल केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीएमएफटी से 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी की गई।
चिकित्सा सुविधाओं पर होंगे 26 करोड़ खर्च
मेहता ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार शिक्षा एवं चिकित्सा क्षेत्र में सुविधाओं को बढ़ाने व सुदृढ़ करने पर लगातार जोर दे रही है। डीएमएफटी फंड से कोल्यारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन के लिए 2 करोड़ 32 लाख रुपए की स्वीकृति जारी कर दी गई है। इसी प्रकार 74 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के नवीनीकरण के लिए कुल 9 करोड़ 34 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। जिले में 200 उप स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 8 करोड़ और 36 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के रिनोवेशन एवं मेडीकल उपकरणों की खरीद के लिए 6 करोड़ 29 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है।