उदयपुर, पीएफसी एजुकेशन की और से हूप ए थोन का दो दिवसीय 24 घंटे का आयोजन 4 और 5 मई को सेलीब्रेशन मॉल में होगा। इस आशय की जानकारी देते हुए उदयपुर में हूपर की संस्थापिका मीनाक्षी भैरवानी ने बताया कि उनके सेन्टर की और से यह दूसरा आयोजन है। इससे पूर्व वह दिसम्बर में ऐसा आयोजन कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि सेलीब्रेशन मॉल मेें 4 और 5 मई को शाम 4 बजे से 6 बजे से 24 घंटे हूपर्स हूपिंग करेंगे। विशेष प्रकार की निर्मित हूपिंग रिंग को कमर में पहना जाता है। उसके बाद दायां पांव आगे करके खड़े रहना होता है। उसके बाद उस रिंग का बैलेंस बना कर एक हाथ से रिंग को पूरी ताकत के साथ घुमाया जाता है। उसके बाद अपने आप कमर पर वह रिंग अपने शरीर की हूपिंग के हिसाब से लगातार घूमती रहती है। वह रिंग लगातार नाभी पर प्रेशर करती है। हूपिंग कमर और नाभी के साथ ही हाथ में और गले में रिंग पहन कर भी की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि हूपिंग से कई तरह के लाभ होते हैं। नाभी के साथ हूपिंग करने से कई तरह की बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। क्योंकि नाभी को नक्षत्र भी कहा जाता है। हमारे शरीर में होने वाली कई बीमारियों का सीधा सम्बन्ध भी नाभी से होता है। इसलिए हूपिंग नाभी के जरिये अपने शरीर की बीमारियों पर नियंत्रण का काम करती है। हूपिंग से आपकी एकाग्रता मजबूत होती है। हूपिंग तनाव कम करने में सहायक होती है। यही नहीं हूपिंग से कैंसर रोगियों को भी लाभ होता है।
उन्होंने कहा कि उनके सेन्टर से पांच साल से लेकर 50 साल तक के हूपर्स जुड़े हुए हैं। यह हूपर्स केवल उदयपुर से ही नहीं बाहर के भी हैं। उन्होंने कहा कि एक हूपर्स तो मुम्बई की है जो कि कैंसर से जूझ रही है। लेकिन वह भी उनसे जुड़ी हुई है क्योंकि हूपिंग से उन्हें काफी लाभ मिल रहा है। विदेशों में तो स्कूल में ही बच्चों को हूपिंग सिखाई जाती है।
हूपिंग कई तरह से की जा सकती है। आप एक जगह पर खड़े होकर भी इसे कर सकते हैं। आप इसे चलते हुए भी कर सकते हैं। उनके कई हूपर्स ने 4 से 5 किलोमीटर चलते हुए भी हूपिंग की है। उन्होंने कहा कि अगर डांस करते हुए हूपिंग की जाए तो इससे आपकी शारीरिक ऊर्जा तीन गुना तक बढ़ जाती है।