कुछ महिनों पूर्व गलत कागज देने के आरोप में प्रवीण रतलिया पर केस किया गया था और उन्हें 13 दिन की जेल हुई थी। उसी छात्र श्रवण कुमार ने पुलिस अधीक्षक मंदसौर को निवेदन किया कि उसकी मार्कशीट पूरी तरह सही हैं और सरकारी नौकरी में आवेदन के लिए उसे मार्कशीट दिलाई जाए। काॅलेज द्वारा मार्कशीट पुलिस अधीक्षक कार्यालय उदयपुर में दी गयी और पत्रावलि में जोड़ने का निवेदन किया गया। प्रवीण रतलिया ने कहा कि उदयपुरवाले देख रहे हैं कि उदयपुर के लिए लड़ने वालो के ऊपर किस तरह जानलेवा हमलें और झूठे मुकदमें किए जाएं, लेकिन उदयपुरवालों की लड़ाई जारी रहेगी। पिछले 3 साल में 2 झूठे मुकदमें और 3 बार जानलेवा हमले किए जा चुके हैं, आने वाले वक्त में उदयपुरवाले इसका कड़ा जवाब देंगें।
उदयपुर के युवाओं द्वारा जिला कलेक्टर के नाम से ज्ञापन दिया गया और मांग की गयी कि झूठा केस दर्ज करने वाले अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए।