उदयपुर एक देश में दो निशान, दो प्रधान, दो विधान - नहीं चलेंगे चलेंगे का नारा देने वाले भारतीय जनसंघ के संस्थापक , प्रखर राष्ट्रवादी एवं महान शिक्षाविद् डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर रविवार को भारतीय जनता पार्टी के सभी मंडलों के बुथ स्तर पर मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित कर नमन किया। राणा प्रताप मंडल के वार्ड 63 की ओर से कालकामाता रोड़ स्थित चौराहे पर कार्यकर्ताओं ने मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित कर उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। मंडल उपाध्यक्ष नितिन जैन ने बताया कि इस अवसर पर पूर्व गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने कहा कि श्यामप्रसद मुखर्जी जो जिए तो देश के लिए और मरे तो भी देश के लिए। उनकी पहचान जम्मु कश्मीर को देश का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाने वाले सेनानी की रही। उनका दृढ विश्वास था कि भारक एक अखंड राष्ट्र है और कश्मीर उसका अभिन्न अंग है। 1950 के दशक में जब जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा दिया गया तब उन्होंने इसका कडा विरोध किया। उनका मानना था कि यह विशेष दर्जा भारत की एकता को कमजोर करता है। डॉ. मुखर्जी का नारा एक देश में दो निशान, दो प्रधान, दो विधान - नहीं चलेंगे चलेंगे आज भी प्रासंगिक है। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर मंडल उपाध्यक्ष नितिन जैन, मंडल कार्यसमिति सदस्य भरत वैष्णव, युवा मोर्चा मंडल महामंत्री चेतन वैष्णव, नरेश जी वैष्णव, जिला मीडिया प्रभारी कृष्णकांत कुमावत , भरत मेघवाल, सुरेश रावत, अशोक जोशी, लक्ष्मीलाल ,रोशन ,ललित , जगदीश , सुरेश चित्तौड़ा, नरेंद्र , मनोज वैष्णव, अशोक सिंह , सोनू व्यास,विष्णु माहेश्वरी, शानू भाई, मनोज भोई, मनोज सुथार, अंकुर सहित वार्ड के गणमान्य नागरिकों ने पुष्पांजली अर्पित कर नमन