उदयपुर । ”व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने का कोई एक सुनिश्चित फॉर्मुला नहीं है। पुरानी पीढी का व्यवसाय (business) का तरीका अलग था। आज की परिस्थितियों में व्यवसाय की प्रक्रिया में काफी बदलाव आ गया है। महिला उद्यमियों को इस बदलाव के साथ तालमेल बैठाते हुए व्यवसाय में सफलता अर्जित करने के उपाय अपनाने होंगे। पारिवारिक बिजनेस में महिलाएं अपना योगदान गिलहरी की तरह नहीं बल्कि हनुमानजी की तरह देने में सक्षम बने।“
उपरोक्त विचार श्री रामाकृष्णन ने यूसीसीआई में व्यक्त किये।
उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट-उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में ”इमर्जिंग लीडर्स“ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला (Workshop) में इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट-बंगलौर के विषय विशेषज्ञ श्री रामाकृष्णन ने महिला उद्यमियों को व्यावसायिक रणनीति तैयार करने एवं इसे कार्यरूप में परिणित करने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण प्रदान किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में अध्यक्ष श्री रमेश कुमार सिंघवी ने विषय विशेषज्ञ श्री रामाकृष्णन एवं सभी महिला उद्यमियों का यूसीसीआई में स्वागत किया।
कार्यशाला में श्री रामाकृष्णन ने वर्तमान वास्तविकताओं का आकलन कर बिजनेस के विजन को मूर्तरूप प्रदान करने कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की। श्री रामाकृष्णन ने बताया कि बिजनेस में सफलता के लिये व्यावसायिक योग्यता (Professional qualification) के साथ ही स्वयं का भावनात्मक रूप से मजबूत होना जरूरी है। अर्जुन जैसा योद्धा भी महाभारत का युद्ध शुरू होने से पहले अपने परिजनों को सामने देखकर कमजोर पड गया था। अतः विनम्र होने के साथ ही निर्णय लेने हेतु दृढ संकल्प भी जरूरी है। निर्णय लेने में कुछ गल्तियां होना लाजमी है। बिजनेस में स्वयं की गल्तियों के साथ-साथ दूसरों के अनुभव से भी सीखें।
कार्यशाला में श्रीमति हीना खतूरिया, श्रीमति विधि बया, श्रीमति संगीता गट्टानी, श्रीमति अलका शर्मा, श्रीमति अनीता गुरानी, श्रीमति शिविका बापना, श्रीमति रानू सिंघवी, श्रीमति मेघा गुप्ता, श्रीमति कनिका सांघी, श्रीमति हसीना चक्कीवाला, श्रीमति तबस्सुम सैफी पठान, श्रीमति निधि शाह, श्रीमति सलोनी वर्डिया, श्रीमति दिव्या शर्मा, श्रीमति अराधना कारवा, डॉ. देवाश्री छापरवाल, श्रीमति नेहा शक्तावत, श्रीमति श्रद्धा कोठारी, श्रीमति अनुश्री लुणावत आदि सहित २५ महिला उद्यमियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के समापन पर श्रीमति नन्दिता सिंघल ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।