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टीएडी आयुक्त ने ली हॉस्टल वार्डन्स की कार्यशाला

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22 Oct 19
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टीएडी आयुक्त ने ली हॉस्टल वार्डन्स की कार्यशाला

उदयपुर / जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार ने जनजाति उपयोजना क्षेत्र में विभाग द्वारा संचालित हो रहे समस्त आश्रम छात्रावासों के अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को निर्देशित किया है कि वे विभागीय निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित करते हुए अभिभावकों की आकांक्षाओं एवं विश्वास पर शत-प्रतिशत खरें उतरें।
आयुक्त श्रीमती स्वर्णकार सोमवार को यहां टी.आर.आई सभागार मंे जनजाति क्षेत्र में संचालित आश्रम छात्रावासों के अधीक्षक-अधीक्षिकाओं की कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रही थी।  
इस मौके पर उन्होंने कहा कि हर वार्डन का दायित्व है कि वे प्रत्येक विद्यार्थी की प्रगति एवं कमजोरी के क्षेत्रों का पता लगाये तथा ऐसे विद्यार्थियों का चिह्नीकरण करते हुए अतिरिक्त कक्षाएं लगाते हुए उनके स्वर्णिम भविष्य के निर्माण के आधार बने। उन्होंने बताया कि उनके व्यक्तिगत जीवन में वार्डन की अहम भूमिका रही।
कॅरियर गाईडेंस देने के निर्देश:
आयुक्त स्वर्णकार ने विद्यार्थियों के हित में कम्प्यूटर लेब के उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए व कहा कि बच्चों के जीवन में आगे बढ़ने के लिए कॅरियर गाइडेन्स दिया जावे जिससे ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे बढ़ने हेतु सही विकल्पों का चयन कर सकें। उन्होंने वार्डन के कामकाज की मासिक समीक्षा करने तथा राज्य के जनजाति समुदाय को विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।  
लापरवाही पर होगी कार्यवाही:
उन्होंने खाद्य सामग्री के सुरक्षित रखरखाव के निर्देश देते हुए चेताया कि लापरवाही बरतने वालों के साथ सख्त कार्यवाही की जावेगी। उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जावेगा। इस दौरान उन्होंने बारां की वार्डन श्रीमती कमला के कार्य की प्रशंसा की और इसे अनुकरणीय बताया।
कार्यशाला में अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती अंजलि राजोरिया ने छात्रावासों के हॉस्टल मैनेजमेंट पोर्टल एवं बायोमेट्रिक्स उपस्थिति के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने बताया कि पोर्टल का उपयोग करके समस्त जानकारी अपलोड करना सुनिश्चित करें।
बैठक में अतिरिक्त आयुक्त रामजीवन मीणा ने छात्रावासों में प्रवेशित छात्र-छात्राओं के सर्वागीण विकास का ध्यान रखने के निर्देश देते हुए इसे व्यक्तित्व विकास के केन्द्र के रूप में तैयार करने को कहा। उन्होंने सोलर लाईट के रखरखाव, खेल सुविधाओं के उपयोग, साफ-सफाई रखने, बालिका छात्रावासों में पर्दे लगाने तथा शौचालय एवं पानी की समुचित सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।  
इस दौरान पोर्टल की विस्तृत जानकारी गिरीराज कतीरिया ने दी वहीं जे.पी.गुप्ता ने रिकार्ड संधारण एवं लेखा नियमों के बारे में बताया। उपनिदेशक अशोक सिंधी ने वार्डन की भूमिका तथा नये आदेशों एवं प्रावधानों की जानकारी दी। शिक्षा सलाहकार, सुभाष शर्मा ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के कॅरियर गाइडेन्स एवं व्यक्तिगत परामर्श हेतु गाइड बुक एवं चार्ट के उपयोग के बारे में बताया कि माह के एक बार वार्ताएं आयोजित की जावे। कार्यशाला में निदेशक सांख्यिकी, बाबूलाल कटारा ने विभागीय आभार प्रकट किया।


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