उदयपुर / जिला प्रशासन, पुलिस विभाग व यूनिसेफ के तत्वावधान में आयोजित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों, पुलिस उपाधीक्षकों,अनुसध्ंाान अधिकारियों तथा कम्प्युटर आपरेटर्स का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को जिला एवं सेशन न्यायाधीश रवीन्द्र कुमार माहेश्वरी के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की चाईल्ड ट्रैंकिग सिस्टम, पोक्सो एक्ट तथा किशोर न्याय अधिनियम 2015 पर किए जा रहे प्रशिक्षण की संक्षिप्त जानकारी ली। उन्होने पुलिस अधिकारियों को अपराध की जांच प्रक्रियाओं तथा विधिक प्रक्रियाओं में वैज्ञानिक तकनीकों के उपयोग हेतु मागदर्शन उपलब्ध कराया। उन्होने पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए अपने जिलो में बच्चो ंसे संबंधित मामलों में त्वरित तथा संवदेनशीलता से कार्य करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध एवं सतर्कता ,स्वाति शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजसमंद राजेश गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ अशोक मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डूंगरपुर रामजी लाल चंदेल सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण के दौरान पोक्सो एक्ट पर अति जिला न्यायाधीश महेन्द्र दवे द्वारा पॉक्सो के अर्न्तगत विभिन्न प्रक्रियाओं तथा प्रावधानों पर अनुसंधान अधिकारियों को जानकारी उपलब्ध कराई तथा जांच के दौरान आने वाली समस्याओं पर सुझाव दिए।
बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत ने रेंज पुलिस तथा युनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान मे संचालित कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम की जानकारी उपलब्ध कराई। प्रशिक्षण में गत तीन दिवसों के दौरान संभाग के लगभग 260 अधिकारियों ने भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रशिक्षण में कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम टीम के आकाश उपाध्याय, भरत खोखर तथा अंकित जोशी ने सराहनीय सहयोग दिया।