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नारायण सेवा द्वारा अफ्रीका में कृत्रिम अंग मापन शिविर आयोजित

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28 Sep 19
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Dr. Tuktak Bhanawat

नारायण सेवा संस्थान ने दिव्यांग लोगों की सेवा के लिहाज से ‘इंडिया फॉर ह्यूमैनिटी’ कार्यक्रम के तहत 13 से 22 सितंबर कृत्रिम अंग मापन शिविर के लिए अफ्रीका

नारायण सेवा द्वारा अफ्रीका में कृत्रिम अंग मापन शिविर आयोजित

उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान ने दिव्यांग लोगों की सेवा के लिहाज से ‘इंडिया फॉर ह्यूमैनिटी’ कार्यक्रम के तहत 13 से 22 सितंबर कृत्रिम अंग मापन शिविर के लिए अफ्रीका टूर का आयोजन किया। नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि अफ्रीका सेवायात्रा के दौरान पेशेवरों की एक टीम ने निशुल्क सुधारात्मक सर्जरी के साथ-साथ कृत्रिम अंगों के वितरण के लिए दिव्यांग लोगों के शरीर का नाप लिया। टीम ने मोम्बासा में 89, नैरोबी में 22 और लेनियाशिया में 8 ऐसे लाभार्थियों की पहचान की है, जिनमें सुधारात्मक सर्जरी की संभावनाएं हैं। टीम ने मोम्बासा में 190, नैरोबी में 114, डरबन में 55 और लेनियाशिया में 16 लोगों की जांच की और उन्हें कृत्रिम अंग और कैलीपर्स वितरित करने के लिए चुना।
इस दौरान दिव्य हीरोज की टीम ने भी नृत्य, रैंप वॉक और स्टंट करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कैंप और दिव्यांग टैलेंट शो 13-14 को केन्या के मोम्बासा में, 15 को नैरोबी में, 21 को दक्षिण अफ्रीका में और 22 सितंबर को लेनियाशिया में आयोजित किया गया। मोम्बासा सीमेंट्स लिमिटेड के साथ कई स्थानीय संगठनों ने अफ्रीका के दिव्यांग लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए संस्थान के साथ भागीदारी की।
प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ अफ्रीकी सरकार के साथ मिलकर पोलियो मुक्त देश बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इसीलिए हमारी इस पहल के जरिये हम दिव्यांग लोगों को सबसे अच्छा उपचार और कृत्रिम अंग उपलब्ध कराते हुए उनकी जिंदगी को बदलने का प्रयास कर रहे हैं। हमारा आदर्श वाक्य भी यही है -‘समूचा विश्व एक परिवार है और हमारा धर्म सिर्फ मानवता है।’ उन्होंने कहा कि नारायण सेवा संस्थान भारत में एक पंजीकृत गैर-सरकारी संगठन है, जो आर्थिक और सामाजिक तौर पर पुनर्वास प्रदान करके दिव्यांग लोगों के जीवन को बदलने और उनके दिल को छूने की दिशा में काम कर रहा है। मुफ्त सुधारात्मक सर्जरी प्रदान करने से लेकर व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन करने के साथ-साथ संस्थान आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए स्मार्ट स्कूल भी चला रहा है।

 

 


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