उदयपुर । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, ने मात्स्यकी महाविद्यालय की विद्यार्थी मिनल वाघदे शेषराव को पी.एच.डी. की उपाधि प्रदान की है। सुश्री मिनल ने विभिन्न प्राकृतिक आहार वर्णकों के स्त्रोत जैसे गेंदा, लाल शिमला मिर्च और झींगा का सजावटी मछली स्वॉर्डटेल की रजंकता वृद्धि एवं प्रजनन प्रदर्शन प्रभाव विषय पर अपना शोध ग्रंथ प्रस्तुत किया। सुश्री मिनल ने यह शोध कार्य मात्स्यकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. सुबोध शर्मा के मार्गदर्शन मे पूर्ण किया। शोध मे यह पाया गया कि बहूरंगी मछली स्वॉर्डटेल मे श्रेष्ठ रंगाकंन के लिए उच्च वर्णक तत्व के साथ साथ वृद्धि और प्रजनन प्रदर्शन में सुधार के लिए लाल शिमला मिर्च पाउडर को आहार में ४.७६ प्रतिशत, झींगाचूर्ण १६.३७ प्रतिशत व गेंदे के पुष्प की पंखुडयों का चूर्ण १.५५ प्रतिशत संयोजन किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि स्वॉर्डटेल एक प्रचलित बहुरंगी मछली है और सरकार भी बहुरंगी मछली पालन को स्वरोजगार के रूप में बढावा दे रही है इसी दृष्टि से यह शोध कार्य किया गया था। रंगीन मछलियों के अच्छे रंगो की वजह से बाजार मे उनका मूल्य अधिक मिलता है।