सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर प्रांगण में आज माँ अन्नपूर्णा और भगवान शिवशंकर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रतिष्ठा में भगवान भोलेनाथ-मां अन्नपूर्णा से भिक्षा ग्रहण करते हुए की मूर्ति का विधिवत् रूप से प्राण प्रतिष्ठा की गई। जिसमें मूर्ति को विधिवत् तरीके से अन्न स्नान, दूध स्नान करा यज्ञ-हवण कर पूर्णाहूति दे अभिजित मुर्हूत 12.15 बजे प्रतिष्ठित की गई।
प्रन्यास के अध्यक्ष तेजिंसह सरूपरिया ने बताया द्वारा लम्बे समय से अन्न क्षेत्र चला गरीब व निशक्तजनों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा था।
प्रन्यास सचिव चन्द्रशेखर दाधिच ने बताया कि अब इस अन्न क्षेत्र को महाकाल ट्रस्ट व श्री महाकालेश्वर अन्न क्षेत्र-यज्ञ समित उदयपुर के संयुक्त रूप से निरन्तर संचालित किया जाएगा। जिसमेंं प्रतिदिन भगवान महाकालेश्वर के लिए दोनो समय का भोग प्रसाद नियमित रूप से तैयार होगा व भगवान को भोग धराया जाएगा। भक्तों के लिए प्रभु के प्रसाद को भी यहीं उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही गरीब व निशक्त जनों को दोनों समय भोजन की नियमित व्यवस्था की जाएगी। साथ ही विशेष त्यौहारों पर शिव भक्तों के लिए फलहारी भोजन की विशेष व्यवस्था रहेगी।
इस दौरान यज्ञ समिति के संरक्षक नटवरलाल शर्मा, अध्यक्ष प्रदीप आमेटा, सचिव बी.एल.पालीवाल, कोषाध्यक्ष के.जी. पालीवाल सहित समिति के सभी सदस्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे व संकल्पित हुए कि इस पुनीत कार्य में नियमित अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। प्रन्यास के संरक्षक भंवरलाल बाबेल, बी.एस.कानावत, रमाकान्त अजारिया, महेश जोशी, विनोद शर्मा, महिपाल शर्मा, गोपाल लोहार, दीक्षा भार्गव, माया टण्डन, ओम नन्दवाना, ओम सोनी, रमेश सोनी, अमरसिंह सांखला, जसवंत टांक प्रेमलता लोहार सहित कई शिवभक्तों ने यज्ञ में आहुति दी व प्रतिष्ठा के दौरान मां अन्नपूर्णा के जयकारें लगाए।
प्रन्यास के महिपाल शर्मा व विनोद शर्मा ने बताया कि उदयपुर भ्रमण के लिए आने वाले दर्शनार्थियों एवं पर्यटकों लिए भी एक निश्चित समय पर भोजन की व्यवस्था भी शीघ्र संचालित की जा रही ही जिसमें आने वाले पर्यटक समय पर अगर सूचना करते है तो उन्हें शुद्ध व ताजा भोजन तैयार मिलेगा