उदयपुर। अखिल राजस्थान फिल्मसिटी संघर्श समिति ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर उदयपुर में फिल्मसिटी खोलने की मांग को आगामी पेश होने वाले राज्य बजट में शमिल करने का आग्रह किया।
समिति प्रमुख मुकेश माधवानी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में राजस्थान में सरकार बनने पर राज्य में फिल्मसिटी की स्थापना करने की घोशणा की है। उस घोशणा को अब अमलीजामा पहनाने का अवसर आ गया है। उदयपुर में फिल्मसिटी के लिये ३०० बीघा जमीन की आवष्यकता है। जिसे राज्य सरकार फिल्मसिटी को एक उद्योग का दर्जा देकर आसानी से स्थापित करा सकती है। उन्हने मुख्यमंत्री से मांग की कि फिल्मसिटी निर्माण के लिये १०० करोड के बजट का प्रावधान करें ताकि इसे मूर्त रूप में आकार देने का आधार मजबूत हो सकें।
प्रवक्ता दिनेश गोठवाल ने बताया कि शहर में फिल्मसिटी की घोषणा होने पर प्रतिवर्श राज्य सरकार को जहंा सालाना लगभग ५०० करोड रु का राजस्व प्राप्त हो सकेगा, वही राजस्थान के दक्षिणी क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं के दरवाजे खुलेंगे। स्थानीय युवाओं को रोजगार भी आसानी से मिल सकेगा।
समिति सदस्य भानूप्रतापसिंह धायभाई ने बताया कि यहाँ फिल्मसिटी के निर्माण हेतु राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करवाकर फिल्म निर्माता व निर्देशकों को आमंत्रित करके फिल्मसिटी निर्माण के लिए प्रोत्साहित करें ताकि फिल्म निर्माता फिल्मसिटी की स्थापना के लिए अपना पैसा लगा सकें।
उदयपुर में फिल्मसिटी की स्थापना होने पर निर्माता प्रोजेक्ट के अनुसार सेट कम लागत में तैयार कर पाएँगे और बची हुए भूमि पर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, एवं किसी गाँव के सेट का निर्माण कर फिल्मो की शूटिंग कर सकेंगे, वर्तमान में शूटिंग के लिए आवश्यक कैमरा, लाइट्स, जिमिजिप आदि विभागों के उपकरण आसानी से कम कीमत पर उपलब्ध हो पायेंगे एवं उदयपुर में रिकॉर्डिंग, एडिटिंग स्टूडियो, अन्य तकनीकी सुविधाएं स्थापित भी हो जाएगी।
माधवानी ने बताया कि फिल्मसिटी में एक एंटरटेनमेंट जोन जो खासतौर पर बच्चो की लिए बनाया जायेगा, जिनमें विशेषकर स्केटिंग, रेन डांस तथा छोटे बच्चो के लिए झूले, राइड्स, अन्य कई तरह के आकर्षण बच्चों ही नहीं बडो का भी दिल जीत लेंगा। फिल्मसिटी में बच्चों व बडो के लिए अन्य आकर्षण के साथ-साथ रियल स्टंट का भी इंतजाम होगा, जिसे थिएटर में प्रशिक्षित स्टंट आर्टिस्टो द्वारा बहुत ही रोमांचक कार्यक्रमो द्वारा हर दिन प्रस्तुत किया जाएगा। बम के धमाके व गोलियों की आवाज के बीच एक ऐसा माहौल बनाया जाता है जो दर्शको के दिल की धडकनों को बढाने के साथ-साथ, दर्शकों को गुदगुदाता भी है।
फिल्मसिटी में ७ व ५ स्टार वाली आरामदायक व शानदार सर्वसुविधायुक्त होटलों का भी निर्माण होगा, जहंा २४ घंटे रेस्टोरेंट की सुविधाए भी उपलब्ध रहेगी। जिसमे यहाँ आने वाले पर्यटकों की ठहराव उदयपुर शहर के २-३ दिन आधिक रहेगा। फिल्मसिटी की स्थापना उदयपुर शहर के होने वाली शाही शादियों के लिए एक वरदान साबित होगी क्योकि फिल्मसिटी के स्वपनलोक में विवाह से जुडे समस्त कार्यक्रम, पार्टी व हर एक रस्म अदाएगी अपनी सुन्दरता के चरम पर होगी।
फिल्मसिटी में स्थित होटल में हाई लेवल मीट्स, कॉर्पोरेट मीटिंग्स, वर्कशॉप आसानी से हो सकेगी जिसमें प्रेजेंटेशन, टेलीकांफेरेसिंग, व बिजनेस सेंटर के साथ मोज मस्ती के अनुभवों को समेटा जा सकेगा। उदयपुर शहर पर्यटकों के साथ-साथ राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय राजनेताओं की पसंदीदा जगह भी है। अतः फिल्मसिटी की स्थापना होने पर राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय नेताओ के मीटिंग के लिए एवं ठहरने के लिए एक उपर्युक्त जगह होगी। फिल्मसिटी की स्थापना होने पर उदयपुर शहर में चुनावी सभाओ एवं बडी रेलियों एवं बडे धार्मिक आयोजनों के लिए आसानी से जगह उपलब्ध होने पर बडे आयोजन हो सकेंगे। फिल्मसिटी की स्थापना से राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय वी.आई.पी. नेताओ के अलग से हवाई पट्टी बनवाई जा सकेगी। हजारो लोगो को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा व पर्यटन बढेगा।
राज्य की प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा। त्रिवेणी थिएटर संस्थान से जुडे कई कलाकारों को बॉलीवुड ने लोहा माना है तथा आज भी कई कलाकार बेहतर कार्य कर रहे है। उदयपुर में फिल्मसिटी के निर्माण को लेकर अपेक्षित सारी संभावनाए मौजूद है। अंतराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा है एवं रेल व बस की सुविधाएं उपलब्ध है, ऐसे में पर्यटन सिटी के साथ-साथ उदयपुर शहर की पहचान मुबंई एंव हैदराबाद फिल्मसिटी जैसी बन सकती है।