श्रीगंगानगर। युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, मेरा युवा भारत के माध्यम से विकसित भारत पदयात्राएं आयोजित कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय गौरव जगाना, समाज के प्रति जिम्मेदारी बढ़ाना और एकता की भावना को मजबूत करना है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जनभागीदारी से राष्ट्र निर्माण के विजन से प्रेरित है। इसमें युवा से लेकर वरिष्ठ नागरिक तक सभी मिलकर देश के इतिहास को याद करते हैं और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाते हैं। खासकर अमृत पीढ़ी यानी आज के युवाओं की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इसी पहल के तहत 6 अक्टूबर 2025 को मंत्रालय ने Sardar@150 Unity March की शुरुआत की। यह भारत सरकार और माई भारत की पहल है, जो लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को समर्पित है। इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में एकता, देशभक्ति और कर्तव्य भावना को जागृत करना है। सरदार पटेल ने जिस तरह बिखरे हुए भारत को एक भारत बनाया, उसी भावना को यह पदयात्रा आगे बढ़ाएगी। इस अभियान के जरिए युवाओं को एक भारत और आत्मनिर्भर भारत के आदर्श अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मेरा युवा भारत के उपनिदेशक श्री भूपेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस चरण में सोशल मीडिया रील प्रतियोगिता, निबंध लेखन और सरदार@150 यंग लीडर क्विज प्रतियोगिता शामिल हैं। इस दौरान सरदार@150 यंग लीडर्स प्रोग्राम के 150 विजेताओं को राष्ट्रीय पदयात्रा में शामिल होने का मौका मिलेगा। अभियान के अंतर्गत ऑनलाइन मायभारत प्लेटफॉर्म पर सोशल मीडिया रील प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, सरदार@150 यंग लीडर प्रतियोगिता शुरू हो चुकी हैं। प्रत्येक जिले से चुनिंदा युवाओं को राष्ट्रीय स्तरीय पदयात्रा में भाग लेने का मौका मिलेगा, जिसका आयोजन 26 नवंबर से 6 दिसंबर 2025 तक किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर की पदयात्रा पटेल जी के जन्म स्थान करमसद से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक कुल 152 किमी की यात्रा होगी। जिला स्तरीय पदयात्रा का आयोजन 31 अक्टूबर से 15 नवंबर 2025 के बीच जिला प्रशासन द्वारा मेरा युवा भारत, एनएसएस, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड, शिक्षा विभाग, कॉलेज शिक्षा विभाग, गैर-सरकारी संगठनों इत्यादि के सहयोग से किया जाएगा।
इन कार्यक्रमों में पंजीकरण हेतु युवा https://mybharat.gov.in/pages/unity_march पर जाकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
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एडीजे ने उप जिला चिकित्सालय सूरतगढ़ में पालना गृह का किया औचक निरीक्षण
श्रीगंगानगर, 14 अक्टूबर। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री रवि प्रकाश सुथार (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्रीगंगानगर द्वारा मंगलवार को उप जिला चिकित्सालय सूरतगढ़ में स्थित पालना गृह का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान पालना ग्रह में व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया तथा पालना गृह में नियुक्त जिम्मेदार कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली गई। इस दोरान पालना गृह के बाहर पास में कचरे पात्र का डस्टबीन रखा हुआ मिला व पालना गृह के अंदर साफ- सफाई, रोशनी व हवा की समुचित व्यवस्था नहीं मिली। पालना गृह के प्रचार-प्रसार के लिये चिकित्सा प्रभारी सूरतगढ़ को निर्देशित किया गया कि अस्पताल के बाहर पालना गृह के प्रचार-प्रसार हेतु फ्लेक्स बोर्ड लगाया जाए, जिससे आमजन जागरूक हो सके। पालना ग्रह में हवा के लिए पंखा लगाए जाने, रोशनी की व्यवस्था के लिये निर्देश दिये गए।
इस दोरान एडीजे श्री सुथार ने बताया कि पालना ग्रह में कोई भी अज्ञात या अनचाहा शिशु या लावारिस अवस्था में मिला शिशु पालने के पास लगी खिड़की से छोड़ कर जा सकता है। पालना गृह में शिशु को छोड़े जाने वाले के बारे में किसी भी प्रकार की अस्पताल प्रशासन द्वारा जांच या पूछताछ नहीं की जाएगी और ना ही शिशु छोड़े जाने वाले पर कोई रिपोर्ट दर्ज करवायी जाएगी। पालना गृह में छोड़े जाने वाले शिशु को तुरंत मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाई जाकर संबंधित बाल कल्याण समिति को सूचना दी जाएगी तथा शिशु के स्वास्थ्य संबंधी कार्यवाही तुरंत अस्पताल प्रशासन द्वारा की जाएगी। इस दौरान एडीजे श्री सुथार ने बताया कि पालना ग्रह में शिशु की दैनिक जरूरत का भी ख्याल रखा जाएगा। निरीक्षण के दौरान उप जिला अस्पताल से चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र सिंह सहित अस्पताल का अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।