श्रीगंगानगर : दशवा राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस जिले के सभी औषधालयों, चिकित्सालयों एवं रसायनशालाओं में समारोहपूर्वक भगवान धनवन्तरी के पूजन के साथ मनाया गया। दशवें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की थीम आयुर्वेद जन-जन के लिये एवं पृथ्वी के कल्याण के लिये निर्धारित की गई थी।
भामाशाह श्री अशोक कुमार शर्मा पुत्र श्री हंसराज शर्मा ने पदमपुर के राजकीय ब्लॉक आयुष चिकित्सालय के भवन का निर्माण अपनी स्वअर्जित धनराशि 1 करोड़ रूपये व्यय किये जायेंगे। उन्होंने अपनी धनराशि से भवन का निर्माण अपनी धर्मपत्नि श्रीमती प्रेमलता शर्मा के नाम पर ब्लॉक आयुष चिकित्सालय का नाम रखे जाने की शर्त पर विभाग की अनुमति के पश्चात चिकित्सालय का निर्माण प्रारम्भ किया, जो पूर्णता की ओर अग्रसर है।
आयुर्वेद विभाग हेतु 1 करोड़ रूपये व्यय करने वाले राज्य के इस वर्ष के एकमात्र भामाशाह श्री अशोक कुमार शर्मा को राज्य स्तरीय धनवन्तरी पुरुस्कार में श्रीफल, शॉल, सम्मान प्रतीक एवं प्रशस्ती पत्र शासन सचिव आयुष विभाग श्री सुबीर कुमार, शासन उप सचिव आयुष विभाग श्री इन्द्रजीत सिंह एवं निदेशक आयुर्वेद विभाग डॉ. आनन्द कुमार शर्मा द्वारा प्रदान किया गया।
भामाशाह द्वारा निर्मित ब्लॉक आयुष चिकित्सालय में पंचकर्म की समस्त सुविधा, रोगियों को भर्ती करने की सुविधा, बवासीर भगन्दर के ईलाज हेतु क्षारसूत्र चिकित्सा पद्धति के लिये ऑपरेशन थियेटर, गर्भिणी व प्रसूता महिलाओं के लिये अलग से औषधि योजना, वृद्धजनों के लिये जेरियाट्रिक क्लीनिक एवं प्रतिदिन योगाभ्यास की सुविधा उपलब्ध होगी।
भामाशाह को प्रेरित करने के कारण प्रेरक का राज्य स्तरीय धनवन्तरी पुरूस्कार जिले के कनिष्ठ सहायक श्री मनीष कुमार को प्रदान किया गया है, इसके साथ ही जिले के उत्कृष्ट कार्य करने के लिये कम्पाउण्डर श्री गुलाब अली एवं परिचारक श्री गोविन्द सिंह को माननीय अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम राजकीय जिला आयुष चिकित्सालय श्रीगंगानगर में सहायक निदेशक आयुर्वेद विभाग श्रीगंगानगर डॉ. चरणजीत की अध्यक्षता में धनवन्तरी पूजन के साथ समारोहपूर्वक मनाया गया। इस कार्यक्रम में चिकित्सालय के आरोग्य समिति के सदस्य, सभी प्रबुद्धजनों, वरिष्ठ नागरिको एवं गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया। डॉ. अमनदीप कौर प्रभारी चिकित्साधिकारी राजकीय ब्लॉक आयुष चिकित्सालय, पदमपुर के द्वारा दशवें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की थीम आयुर्वेद जन-जन के लिये एवं पृथ्वी के कल्याण के लिये थीम पर व्याख्यान दिया। अंत में प्रधान चिकित्साधिकारी डॉ. कृष्ण चन्द्र ने आगन्तुक समस्त जनों का आभार व्यक्त किया।