उदयपुरः पारस हेल्थ उदयपुर ने स्ट्रोक मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए एक खास स्ट्रोक क्लीनिक की शुरुआत की है। यह क्लीनिक दक्षिण राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में मरीजों को स्ट्रोक की जल्दी पहचान, इलाज और रिकवरी की सुविधा देगा। क्लीनिक का उद्घाटन न्यूरोसाइंसेस टीम, डॉक्टरों और समुदाय के लोगों की मौजूदगी में किया गया। लॉन्च का थीम "स्ट्रोक पहचानें, तुरंत कदम उठाएँ, हर मिनट बचाकर एक नई ज़िंदगी बनाई जा सकती है" थी।
पारस हेल्थ उदयपुर की न्यूरोसाइंसेस टीम में डॉ. उदय भौमिक (डायरेक्टर और एचओडी, न्यूरोसर्जरी), डॉ. तरुण माथुर (सीनियर कंसल्टेंट, न्यूरोलॉजी), डॉ. मनीष कुलश्रेष्ठ (सीनियर कंसल्टेंट, न्यूरोलॉजी), डॉ. अजीत सिंह (सीनियर कंसल्टेंट, न्यूरोसर्जरी) और डॉ. अमितेंदु शेखर (सीनियर कंसल्टेंट, न्यूरोसर्जरी) ने जनता में जागरूकता की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने खास तौर पर B.E.F.A.S.T. टूल (Balance, Eyes, Face, Arms, Speech, Time) के इस्तेमाल से स्ट्रोक की जल्दी पहचान के बारे में बताया। हर साल दुनिया में 1.2 करोड़ से ज्यादा नए स्ट्रोक केस सामने आते हैं और लगभग 50 लाख मौतें होती हैं। भारत में ही करीब 1 करोड़ लोग हर साल स्ट्रोक से प्रभावित होते हैं। डॉक्टरों ने बताया कि स्ट्रोक की शुरुआती घंटों में (गोल्डन विंडो) लक्षणों की सही पहचान और तुरंत इलाज बेहद ज़रूरी होता है ताकि जान बचाई जा सके और लंबे समय की विकलांगता से बचा जा सके।
लॉन्च के दौरान पारस हेल्थ उदयपुर के फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ. प्रसून कुमार ने कहा, "भारत में हर साल करीब 1 करोड़ लोग स्ट्रोक से प्रभावित होते हैं। दुख की बात है कि लगभग 5 लाख लोगों की मौत हो जाती है और 5 लाख लोग पूरी ज़िंदगी दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं। इस स्थिति को बदलने का सबसे बड़ा तरीका है कि B.E.F.A.S.T. दूल से स्ट्रोक के लक्षणों को जल्दी पहचानें और मरीज को गोल्डन पीरियड में हॉस्पिटल पहुँचाएँ। समय पर इलाज से जान बचाई जा सकती है और लंबे समय की विकलांगता से बचाव हो सकता है।"
पारस हेल्थ उदयपुर का नया स्ट्रोक क्लीनिक एक ही जगह पर स्ट्रोक मरीजों के लिए पूरी देखभाल की सुविधा देगा। इसमें तुरंत इमरजेंसी रिस्पॉन्स, एडवांस्ड ब्रेन स्कैन, इस्कीमिक और हेमरेजिक स्ट्रोक दोनों के लिए विशेष इलाज, और रिकवरी सेवाएँ जैसे फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी और लॉन्ग टर्म केयर (लंबी अवधि की देखभाल) शामिल होंगी। इस क्लीनिक का मकसद इलाज में लगने वाले समय को कम करना और उदयपुर व आसपास के मरीजों तक वर्ल्ड-क्लास न्यूरोलॉजिकल केयर पहुँचाना है।
इलाज की सुविधाओं के साथ-साथ पारस हेल्थ उदयपुर स्ट्रोक की रोकथाम और जल्दी इलाज के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर भी काम कर रहा है। एक्सपर्ट्स ने लोगों से अपील की कि वे नियमित हेल्थ चेक-अप कराएँ, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसे रिस्क फैक्टर को कंट्रोल करें और स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाएँ। उन्होंने यह भी ज़ोर देकर कहा कि समुदाय को स्ट्रोक के लक्षण जल्दी पहचानने के लिए जागरूक करना बेहद ज़रूरी है, खासकर B.E.F.A.S.T. मेथड के ज़रिए लक्षणों को जानने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है।
इस लॉन्च के साथ पारस हेल्थ उदयपुर दक्षिण राजस्थान में एडवांस्ड न्यूरोलॉजिकल केयर का एक मज़बूत सेंटर बन गया है। यह हॉस्पिटल के मिशन को दोहराता है कि लोगों को समय पर, सुलभ और उच्च-गुणवत्ता वाली हेल्थकेयर दी जाए, जहाँ हर मिनट बचाने से एक ज़िंदगी फिर से सामान्य हो सकती है।