राजस्थान में एक सप्ताह बाद होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए चुनावी प्रचार परवान पर चढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के साथ ही अन्य दलों के नेताओं ने धुआंधार प्रचार किया।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महा सचिव प्रियंका गांधी ने आदिवासी बहुल वागड़ के हृदय स्थल डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बें और मेवाड़ की प्राचीन राजधानी चितौड़गढ़ में विशाल सभाओं को संबोधित कर वागड़ में बागियों तथा भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) की चुनौतियों से घिरे अपने उम्मीदवारों के पक्ष को साधने के साथ ही भाजपा की धर्म आधारित राजनीति पर कड़ा प्रहार किया तथा लोगों से भटकाव में आए बिना गहलोत सरकार द्वारा किए गए जन कल्याणकारी कार्यों के आधार पर प्रदेश में हर पांच वर्ष में सरकार बदल जाने की परंपरा को तोड़ कर कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की अपील की।
दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज अजमेर संभाग में विजय नगर और नसीराबाद की विशाल जनसभाओं को संबोधित करने के बाद ख्वाजा साहब और तीर्थ राज पुष्कर की नगरी अजमेर शहर में भव्य रोड शो कर बागियों से घिरे अपने दल के प्रत्याक्षियों के पक्ष में जबरदस्त वातावरण बनाने का प्रयास किया। जन सभाओं में शाह ने कथित लाल डायरी, पेपर लीक प्रकरणों, कथित भ्रष्टाचारों तथा अपराधों विशेष कर महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों पर गहलोत सरकार को घेरने का प्रयास किया और मोदी सरकार की उपलब्धियों के आधार पर लोगों से भाजपा को विजयी बनाने का आह्वान किया।
चुनाव की तिथि के बहुत निकट होने के कारण शुक्रवार को कांग्रेस और भाजपा ने अपने केंद्रीय नेताओं के साथ प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को एक मंच पर एकत्रित नही कर उन्हें अलग-अलग इलाकों में प्रचार के लिए भेजा।यही कारण रहा कि प्रियंका गांधी के राजस्थान दौरे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उन इलाकों के पार्टी प्रत्याक्षियों के अलावा अन्य कोई बड़ा नेता नही दिखा।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट आदि राज्य के अन्य हिस्सों में प्रचार में जुटें। इसी प्रकार भाजपा के चाणक्य अमित शाह की सभाओं और रोड शो में भी उन इलाकों के पार्टी प्रत्याक्षियों के अलावा अन्य कोई बड़ा नेता नही दिखा। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी पी जोशी और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़, उपनेता डॉ सतीश पूनिया ने प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर चुनाव प्रचार किया।भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी,प्रह्लाद जोशी ,स्मृति ईरानी, अर्जुन राम मेघवाल ,गजेन्द्र सिंह शेखावत,असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ,उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी आदि स्टार प्रचारकों ने भी प्रदेश के विभिन्न भागों में चुनाव प्रचार किया।
इसी तरह बसपा सुप्रीमो मायावती और अन्य दलों के नेताओं ने प्रदेश के विभिन्न भागों में चुनाव प्रचार किया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को आदिवासी बहुल इलाके सागवाड़ा (डूंगरपुर) और चित्तौड़गढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म और जाति के आधार पर राजनीति हो रही है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वे प्रदेश के कोने-कोने में घूम रहे हैं, ऐसा लग रहा है अपना सीएम ढूंढने निकले हैं।
उन्होंने गायत्री मंत्र पढ़कर कहा कि यह मंत्र मुझे मेरी दादी इन्दिरा गाँधी ने सिखाया था । मैंने अपने दोनों बच्चों को भी इसे सिखाया हैं। सिखाते समय यह बताया कि गायत्री माता हमारी संस्कृति की रक्षा करती हैं। हमारी दादी इन्दिरा जी कहती थीं कि इस देश की संस्कृति यही है कि सब धर्मों का आदर करना चाहिए। समय आ गया है, यह पूछने का कि आगे कैसे बढ़ना है। हिंदुस्तान में सब धार्मिक हैं। कभी लगता है कि जो धर्म की बात कर रहे हैं, उसे वोट दे देते हैं। राजनीति में अगर आपके जज्बात का इस्तेमाल हो रहा है तो आपको सावधान होना पड़ेगा। आपको सोचना पड़ेगा कि जो हमें धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो काम करेंगे या नहीं।कांग्रेस की सरकारें ग्रामीण रोजगार को विकसित कर रही हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भावना के अनुरूप ग्राम स्वराज के लिए काम कर रही हैं।हम चाहते हैं कि आपको गांवों में ही रोजगार मिले। गहलोत सरकार ने बांसवाड़ा को संभाग और सलुम्बर को जिला बनाया। बेणेश्वर धाम में भी करोड़ों का काम कराया।
प्रियंका गांधी की सागवाडा यात्रा ने वागड़ वासियों को 1980 में इंदिरा गांधी की वागड़ यात्रा की यादों को ताज़ा कर दिया।
आदिवासियों के जालियाँवाला बाग माने जाने वाले मानगढ़ धाम पर अंग्रेजों द्वारा पन्द्रह सौ निहत्थे लोगों की नृशंस हत्या के बलिदान दिवस पर वागड़ के हृदय स्थल सागवाडा में आयोजित प्रियंका की विशाल जनसभा में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया कि उन्हें प्रदेश के अपने ही अग्रणी नेताओं पर विश्वास नही है इसलिए वे अपने चेहरे पर वोट माँग रहे है।
प्रियंका गाँधी ने जनसभा में पहुँचते ही हाथ ऊँचे उठा कर लोगों का नमस्कार करते हुए अभिवादन किया तथा अपने भाषण की शुरुआत राम-राम के सम्बोधन और वागड़ी भाषा में बोलते हुए की ।उन्होंने दिवाली के त्यौहार की व्यस्तताओं के बावजूद भारी संख्या में सभा में आई महिलाओं का आभार व्यक्त किया। प्रियंका ने वागड़ के पवित्र स्थलों बेणेश्वर धाम त्रिपुरा सुन्दरी शक्ति पीठ दाउदी बोहरा सम्प्रदाय की गलियाकोट दरगाह शीतला माता और जैन धर्म की छतरियों को नमन किया तथा मानगढ़ के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही स्वतंत्रता सेनानी एवं स्थानीय नेताओं गोविन्द गुरु, वागड़ गाँधी भोगी लाल पण्ड्या,गौरी शंकर उपाध्याय,पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी,राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष भीखा भाई आदि का स्मरण भी किया तथा कहा कि ज़मीन से जुड़े ऐसे नेताओं की इस महान भूमि पर आकर मुझे बहुत खुशी है।
प्रियंका गांधी की यात्रा के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर शहर में एक बड़ा रोड शो और आम सभा कर पार्टी प्रत्याशी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ के पक्ष में वातावरण बनाने का प्रयास किया ।
राजस्थान विधान सभा चुनाव के मतदान की तिथियां ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है चुनाव प्रचार भी अपने चरम पर चढ़ रहा हैं। चुनाव प्रचार की अंतिम तिथि 23 नवंबर से पहले सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंकना चाहती है। कांग्रेस ने अपने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे , पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य नेताओं के धुंआधार दौरें तथा रोड शो रखे है,वहीं भाजपा ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का 21 नवंबर को जयपुर में रोड शो तथा प्रदेश के अन्य इलाकों में जन सभाएं आयोजित कर अपने कमजोर इलाकों को मजबूत करने तथा मजबूत इलाकों को और अधिक मजबूत कर मिशन राजस्थान को अंजाम देने की रणनीति बनाई हैं।
देखना होगा मरुधरा में बढ़ रही शीत लहर के मध्य बढ़ती चुनावी लहर प्रदेश के राजनीतिक वातावरण को और कितना अधिक गर्म कर देंगी?