नेपाल में आयोजित इंटरनेशनल आइकन अवॉर्ड 2025 के समापन के बाद से ही भारत के युवा फिल्मकार अमोल भगत सुर्खियों हैं। उन्होंने अब तक 70 अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवलों के निर्णायक मंडल में जूरी सदस्य के रूप में भाग लिया है, जिसके कारण उन्हें विश्व के सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल जूरी सदस्य के रूप में पहचाना जा रहा है। फिल्मों के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों, भावनाओं और कलात्मक दृष्टिकोण को समझते हुए उन्होंने विश्वभर के फिल्मकारों और समीक्षकों के बीच अपना विशिष्ट स्थान बनाया है। पुणे (महाराष्ट्र) में जन्मे और बारामती के ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े फिल्मकार अमोल भगत कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने 25 से अधिक देशों के फिल्म फेस्टिवलों में जूरी सदस्य के रूप में कार्य करते हुए भारतीय सिनेमा की प्रतिष्ठा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। इस विशेष उपलब्धि पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री (भारत सरकार) श्री रामदास अठावले ने अमोल भगत को हार्दिक शुभकामनाएँ दी और उन्होंने कहा कि, “अमोल भगत ने अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत में भारत का नाम रोशन किया है। उनका यह सफर देश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।" विदित हो कि युवा फिल्मकार अमोल भगत के निर्देशन में बन रही फिल्म 'पुणे टू गोवा' बहुत जल्द ही सिनेदर्शकों तक पहुंचने वाली है, यह फिल्म कॉमेडी, सस्पेंस थ्रिलर और एक्शन का एक आकर्षक मिश्रण है जिसमें मराठी फिल्म जगत के चर्चित अभिनेता आदित्यराजे मराठे की दमदार भूमिका है। इस फिल्म में आदित्यराजे के साथ सुनील पाल और एहसान कुरशी जैसे नामचीन अभिनेता शामिल हैं।