डूंगरपुर,वागड़-मेवाड़ अंचल में आदिवासी भील धर्म के तपस्वी संत सुरमालदास पर पहली बार एक पुस्तक का प्रकाशन किया गया है। इस पुस्तक का लेखन केन्द्रीय दूरसंचार विभाग के सेवानिवृत्त सहायक महानिदेशक एल.पी. कोटेड द्वारा किया गया है।
कोटेड ने बताया कि आदिवासी भील धर्म गुरु महान तपस्वी योगेश्वर संत सुरमालदासजी की जीवनी पर करीब 250 वर्ष पुराने इतिहास से जुड़ी पुस्तक ‘पुष्पार्पण’ का प्रकाशन सतीरामपुर के आदिवासी भील गुरु संत श्री सती सुरमालदासजी सेवा संस्थान के माध्यम से प्रकाशित की गई है और इसका विमोचन गत दिनों मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के हाथों किया गया था। पुस्तक में धर्मगुरु के संबंध में स्थानीय जनता की मान्यताओं, परंपराओं एवं उनकी विचार भावनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है। कोटेड ने बताया कि पुस्तक को संस्थान के सतीरामपुरा कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। पुस्तक उपलब्धता के लिए कोटेड के मोबाईल नंबर 7073114876 तथा 7703895577 पर संपर्क किया जा सकता है।