कोटा के कवि महेश पंचोली की पांच हिंदी काव्य संग्रह कृतियों दिया जलता रहा, बाल कविता संग्रह मम्मी का मैं राजदुलारा, मेरा उपवन, राजस्थानी काव्य संग्रह धरती लागै बणी ठणी एवं महारा देश को तिरंगो का विमोचन समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत गांधीनगर गुजरात के राष्ट्रीय अधिवेशन भीलवाडा में हुआ। सभी कृतियां उनकी माता जी को समर्पित होने से अपनी माता की पुण्यतिथि पर उन्होंने विमोचन करवा का श्रद्धांजलि अर्पति की। अतिथियों में प्रेम शंकर व्यास, मुकेश कुमार व्यास, डाॅ.श्याम राजपुरोहित, डाॅ.विजय प्रताप सिंह, डॉ.शशी जैन, डॉ, प्रभात कुमार सिंघल, विजय जोशी, राजेन्द्र जैन, डॉ.वैदेही गौतम,साधना शर्मा, डाॅ. उमा किसलय ,ब्रजसुन्दर सोनी नेसमारोहपूर्वक विमोचन किया।
मुख्य वक्ता कथाकार विजय जोशी ने कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला बताया कि पंचोली की काव्य कृतियां आज के समय में बहुत ही सार्थक सिद्ध होगी सरल बाल कविताऐं बच्चों को शिक्षा मनोरंजन दोनों प्रदान करेगी। कवि पंचोली ने बताया कि उनकी तीन कृतियों पर अकादमी का सहयोग प्राप्त हुआ है। विमोचन अवसर पर छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश,दिल्ली,गजरात,झारखंड,राजस्थान के विभिन्न अंचलों से बड़ी संख्या में साहित्यकार उपस्थित रहे। पंचोली ने सभी का आभार व्यक्त किया।