के डी अब्बासी
कोटा। कोटा शहर में डिवाइडरों के बीच बनाए जा रहे कट्स पर रोक के मामले में पुलिस उप अधीक्षक यातायात कोटा शहर की ओर से प्रभारी अधिकारी ने शुक्रवार को कोर्ट में अपना जवाब पेश कर दिया। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 26 मई की पेशी मुकर्रर की है।
प्रभारी अधिकारी अशोक कुमार मीणा ने अपने जवाब में कहा कि कोटा शहर में महत्वपूर्ण एवं दुर्घटना संभावित स्थान पर यातायात पुलिस कर्मी लगाए हुए हैं ताकि कट से होने वाली दुर्घटना से बचा जा सके। यातायात पुलिस द्वारा अपने पुलिस कर्मियों के माध्यम से ठोस कदम उठाते हुए पूर्ण पालन की गई है। किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती गई है। साथ ही सड़क सुरक्षा आदि के माध्यम से आमजन को भी जागरूक करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि यातायात पुलिस विभाग का कार्य व्यवस्था को सुचारू बनाना है जिसके तहत पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा के उपाय के माध्यम से सुचारू बनाया जाता रहा है। साथ ही इसके लिए कोटा शहर के सभी महत्वपूर्ण दुर्घटना संभावित वाले कट्स पर यातायात पुलिस कर्मी नियमित रूप से लगाए जाते हैं याचिकाकर्ता द्वारा कट्स बंद करने का अंकन किया गया है। इस संबंध में यातायात पुलिस का आग्रह है कि उक्त कार्य का क्षेत्राधिकार केडीए एवं जिला प्रशासन का है।
गौरतलब है कि
वकील लोकेश कुमार सैनी, पत्रकार जगदीश अरविंद, स्वतंत्र पत्रकार धर्म बंधु आर्य एवं जगदीश प्रसाद नायक ने जिला कलेक्टर, कोटा विकास प्राधिकरण सचिव एवं यातायात पुलिस उप अधीक्षक को पार्टी बनाया था।
यह कहा याचिका में कोटा शहर में सड़क हादसों की संख्या एवं इससे मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है । यह प्रशासन की अनदेखी एवं समन्वय की कमी के कारण सड़क सुरक्षा उपायों में सुधार नहीं हो पाया है। शहर में मौजूद जानलेवा कट्स दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है । एयरपोर्ट, कुन्हाड़ी, दादाबाड़ी विज्ञान नगर , कोटड़ी, डीसीएम नयापुरा एग्जॉटिका मैरिज गार्डन के सामने बूंदी रोड सुभाष नगर सहित शहर के कई स्थानों पर ऐसे कट्स मौजूद है। जो हादसों को बढ़ा रहे हैं ।