डॉ . प्रभात कुमार सिंघल
लेखिका डॉ. सुशीला जोशी की प्रथम बाल काव्य संग्रह कृति " भोर के तारे" का लोकार्पण प्रेस क्लब कोटा में बुधवार को किया गया।
कार्यक्रम अध्यक्षता साहित्यकार जितेन्द्र निर्मोही ने कहा कि आज़ का हाड़ौती अंचल का महिला लेखन भविष्य की थाती सिद्ध होगा। हाड़ोती अंचल का बाल साहित्य उद्भव और विकास" डॉ. युगल सिंह द्वारा जा रहा है। मुख्य अतिथि गजेन्द्र व्यास,विशिष्ट अतिथि अतुल कनक, दिनेश विजय मुख्य वक्ता स्नेहलता शर्मा ने अपने विचार रखे। अतुल कनक ने कहा कि बाल साहित्य को बाल मन के साथ ही लिखा जा सकता है। ** भोर के तारे संग्रह की दो रचनाएं डॉ. सुशीला के पौत्रों द्वारा प्रस्तुत की गई।
डॉ. सुशीला जोशी का लेखक, लेखिकाओं और परिजनों ने सम्मान किया। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया।
** कार्यक्रम का आयोजन रंगीतिका संस्था की ओर से किया गया। कार्यक्रम में भगवती प्रसाद गौतम, रीता गुप्ता, वैदेही गौतम, महेश पंचोली, डॉ. शशि जैन और प्रकाशक नवीन गौतम सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार उपस्थित रहे।