जबलपुर जोन पश्चिम मध्य रेलवे में वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के आहवान पर रनिंग स्टाफ क्रू एवं ट्रेन मैनेजर ने 17 मार्च को सैकड़ो की संख्या में उपरिथत होकर रैली के माध्यम से विरोध प्रदर्शन किया तथा रनिंग स्टाफ ने अपनी समस्यओं के संबंध में मण्डल रेल प्रबंधक कोटा को ज्ञापन सौपा।
वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के मण्डल सचिव अब्दुल खालिक ने बताया कि वर्तमान में पूरी भारतीय रेल में रनिंग कर्मचारियों पर संरक्षा के नाम पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है इसको लेकर रनिंग कर्मचारियों में भारी आक्रोश एवं रोष है। रनिंग स्टाफ को स्टाफ की कमी के चलते न तो साप्ताहिक विश्राम मिल रहे है और ना ही अवकाश। रेलवे बोर्ड ने 2016 में हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट की अनुपालना के आदेश दिये किन्तु फिर भी 9 घण्टे से अधिक ड्यूटी करवाई जा रही है। नये-नये मुख्यालय खोले जा रहे है। रेलवे बोर्ड के आदेशो के उपरांत भी रनिंग स्टाफ 2 से 3 दिन मुख्यालय से बाहर रहने को मजबूर है। अल्कोहल निति में गलत रिपोर्ट आने के उपरांत भी कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा रही है। समय पर पदोन्नति नही हो रही है।
इस मौके पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के शाखा सचिव चेतन शर्मा ने कहा कि रनिंग कर्मचारियों से जुडी समस्याओं का अभी तक कोई समाधान नही हुआ जिस कारण से रनिंग कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। मालगाड़ियो में मुख्यालय ओवर शूट करवाये जा रहे है, मौतीपुरा चैकी मुख्यालय खोला जा रहा है। रनिग कर्मचारियों का जबरन स्थानांतरण भोपाल, जबलपुर किया जा रहा है। क्रू को मुख्यालय वापस आने में दो से तीन दिन का समय लग रहा है जिससे कर्मचारियों में घोर निराशा का माहौल है। यदि समय रहते प्रशासन द्वारा समस्याओ का निराकरण नही किया गया तो आंदोलन ओर तेज किया जायेगा।
संचालन सहायक मण्डल सचिव रविंद्र शर्मा ने किया विशाल रैली में मुख्य रूप से विजेन्द्र कुमार, चेतन शर्मा, विरेन्द्र मीणा, प्रेम शंकर सैनी, चेतराम घोडेला, अमरनाथ पाण्डे, नरेश चंद, फरियाद खान, नरेन्द्र गम्भीरा, मुकेश मीना, सतीश प्रजापति, सुबोध जैन, हरिमोहन सिंह, कमलेश कुमार, नीरज यादव, ओ.पी सैनी, दीपक मीना, संदीप वर्मा एवं सैकडो कर्मचारी उपस्थित रहे।