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कृषि मंत्री ने किया कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण

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06 Dec 19
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कृषि मंत्री ने किया कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण

कोटा  (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल)। कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने कृषि विज्ञान केन्द्र कोटा की गतिविधियों गुरूवार को निरीक्षण किया। केन्द्र की गिर गायों की मॉडल डेयरी यूनिट का अवलोकन करते हुए उन्होने कहा कि कोटा सम्भाग के किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन में भी नवचारों को अपनाना होगा। केन्द्र द्वारा गिर नस्ल संवर्धन के लिए किये जा रहे कार्यो की प्रसंशा करते हुए उन्होने कहा कि गिर नस्ल में अधिक दूध देने की क्षमता है। गिर नस्ल की बछड़ी पहली बार 3 वर्ष में बच्चा देने की क्षमता रखती है। केन्द्र पर आज ही कृषि मंत्री महोदय सामने ही गिर नस्ल की बछडी 30 माह की उम्र में ही ब्यांय गई। गिर नस्ल की गायों की डेयरी लगा कर युवा डेयरी को स्वरोजगार के रूप में अपनाकर डेयरी उद्यमी बने। 
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. महेन्द्र सिंह ने बताया कि राजस्व मंत्री ने सहजन के विभ्न्नि उत्पाद, विभिन्न उत्पादों के कैपसूल निर्माण आदि कार्याे की प्रसंशा की। कृषि विज्ञान केन्द्र, कोटा द्वारा खाद्य प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन, डेयरी, बीज उत्पादन आदि के क्षेत्र में किये जा रहे कार्य दूसरे विभाग, केन्द्रों के लिए अनुकरणीय बताया।
       केन्द्र की मॉडल खाद्य प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन इकाई के अवलोकन के दौरान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. डी. सी. जोशी ने बताया कि खाद्य प्रसंसकरण एवं मूल्य संवर्धन पर किसानों, युवाओं में उद्यमिता विकास हेतु एक-एक माह के कौशल विकास प्रशिक्षण लगातार आयोजित किये जा रहे हैं। यहंा से प्रशिक्षण लेकर सम्भाग के सैकड़ों युवाओं ने छोटे-छोटे उद्यम, सोया पनीर, ऑवला उत्पाद, अचार,मुरब्बा, स्कैक्स आदि पर लगाकर स्वरोजगार प्राप्त कर रहे हैं। केन्द्र की मॉडल खाद्य प्रसंसकरण एवं मूल्य संवर्धन इकाई में विभिन्न उत्पाद बनाने के लिए किये जा रहे नवाचारों के लिए विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का बधाई दी। 

 


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