अक्टूबर माह के प्रथम गुरुवार को सम्पूर्ण विश्व में विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है । इसी क्रम में आज सुबह सोशल मिडिया पर हाडौती के प्रसिद्ध समाचार पत्र दैनिक अंगद के मुख्य संपादक ,महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण व वीर हाड़ाओं की धरा बूंदी के प्रसिद्ध पत्रकार, कवि,प्रखर समाजवादी नेता और कई सामाजिक आंदोलनों के सक्रिय मीसाबंदी नेता आदरणीयश्री मदन मदिर जी (75 वर्षीय) के निधन की सूचना मिली । शाइन इंडिया फाउंडेशन,बूँदी के सदस्य मनीष मेवाड़ा व इदरीस बोहरा ने उनके पुत्र अभिनंदन,निरंजन व सुदर्शन से सहमति लेकर घर पर ही नेत्रदान की प्रक्रिया को सम्पन्न करवाया । इस दौरान आई बैंक सोसायटी ऑफ जयपुर के बीबीजे चैप्टर के सदस्य भी वहाँ मौजूद थे ।
बूँदी से कोटा आने के उपरांत संस्था सदस्यों ने एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिये इंतज़ार कर रहे परिजनों को नेत्रदान के लिये समझाने की कोशिश की,जो कि संस्था का 8 वर्षों से नियमित कार्य है। सदस्यों को पता चला कि, बाराँ के जवाहर नगर,हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के राकेश मीणा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी, उसका पोस्टमार्टम होना बाकी था,राकेश की मृत्यु बुधवार को देर रात 3 बज़े हुई थी,उसका शव मोर्चरी के डीप फ्रीज़ में रखा हुआ था,इस कारण प्राथमिक परीक्षण में यह पता चल गया कि कॉर्निया पूरी तरह से सुरक्षित था । राकेश के बड़े भाई लोकेश को समझाया गया, जिसके राज़ी होने के बाद नेत्रदान प्रक्रिया को पूरा किया गया । इस दौरान एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी को निरीक्षण के लिये मेडिकल कॉलेज के सेकण्ड ईयर के भावी चिकित्सक आये,तो उनके सामने ही नेत्रदान प्रक्रिया की बारीकियों व संग्रहण के दौरान की सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया गया ।