जैसलमेर:पीएचडी चौम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री राजस्थान चौप्टर ने पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार के सहयोग से राज्य में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन मंगलवार को होटल डेजर्ट टूलिप, जैसलमेर में किया।
संगोष्ठी के दौरान जितेंद्र सिंह राठौड़, को चेयर, पीएचडीसीसीआई राजस्थान चौप्टर एवं जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन उद्यमी, ने अपने स्वागत उद्बोधन में पर्यटकों को राज्य में सुरक्षित एवं संरक्षित वातावरण एवं अनुभव प्रदान करने की आवश्यकता पर विशेष बल देते हुए कहा की जैसलमेर में पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है तथा इसका जिले की अर्थव्यवस्था में 80 प्रतिशत से ज्यादा योगदान है। राज्य, विशेष रूप से जैसलमेर में पर्यटन का चरित्र तेजी से बदल रहा है एवं विगत कुछ वर्षों में एडवेंचर टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, एक्सपेरिंसल टूरिज्म, जीप एवं ऊंट सफारी, कैंपिंग स्थलों विशेष रूप से सम एवं खुड़ी इलाकों में, इन गतिविधियों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है जिसके फलस्वरूप देशी विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना सभी हितधारकों को प्राथमिकता होनी चाहिए एवं पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार भी इस मामले में संवेदनशील एवं प्रतिबद्ध है साथ ही जैसलमेर में डिजिटल फ्रॉड, फर्जी वेबसाइट एवं लपकों के द्वारा पर्यटकों के शिकार होने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है जिसके फलस्वरूप राज्य एवं जिले में पर्यटन विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है पर्यटन विभाग की आज के कार्यक्रम को आयोजित करने की पहल एवं सहायता का स्वागत करते हुए श्री सिंह ने कहा की यह सरकार की इस गंभीर मुद्दे पर अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम के दौरान कमलेश्वर सिंह सहायक निदेशक, पर्यटन विभाग, जैसलमेर ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में इस गंभीर एवं प्रासंगिक विषय पर प्रकाश डालते हुए क्षेत्र के सभी हितधारकों विशेष रूप से जो असंगठित रूप से कार्य कर रहे हैं जैसे की गाइड्स, ट्रेवल एजेंट, टूर ऑपरेटर्स, कैंप ओनर्स, जीप एवं ऊंट सफारी ऑपरेटर्स इत्यादि का आवाहन किया की वे मुख्य धारा में जुड़ते होते पर्यटन विभाग में अपना अवश्यश् पंजीकरण करवाएं उन्होंने यह भी आग्रह किया की सभी हितधारक आने वाले पर्यटकों को जानकारी पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन को त्वरित गति से प्रदान करें जिससे की उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। रजिस्ट्रेशन के फलस्वरूप विभिन्न सेवा प्रदाताओं की जानकारी को विभाग की वेबसाइट एवं अन्य पोर्टल्स पर डालने में आसानी होगी जिसके फलस्वरूप सभी को अधिक अवसर प्राप्त होंगे साथ ही साथ पर्यटकों के मन में राजस्थान के प्रति विश्वसनीयता सुदृढ़ होगी और वे राजस्थान में आने को प्रेरित होंगे रजिस्ट्रेशन के पश्चात विभाग को विभिन्न सेवाप्रदाताओं एवं हितधारकों के लिए ट्रेनिंग / रिफ्रेशर /सेंसेटाइजेशन प्रोग्राम / बिहेवेरल प्रोग्राम इत्यादि आयोजित करने में भी सुगमता होगी। उन्होंने सभी हितधारकों से