जैसलमेर। वर्ल्ड हेरिटेज डे पर थार हेरिटेज म्यूजियम में अवलोकन एवं विरासत परिचर्चा का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र की महाप्रबंधक संतोष कुमारी ने कहा कि विरासत हमारे पूर्वजों की अनमोल पूंजी है जो हमारी संस्कृति सभ्यता हे। उन्होंने परिचर्चा करते हुए कहा कि विरासत इतिहास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है इसलिए आने वाली पीढ़ीयो तक इसके संरक्षण की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हेमाराम जर्मल राजीविका अधिकारी ने विरासत के महता पर परिचर्चा करते हुए पोस्ट कार्ड लेखन की परंपरा पर प्रकाश डाला।
प्रारंभ में संग्रहालय के संस्थापक लक्ष्मीनारायण खत्री ने करणी बाल मंदिर विद्यालय के विद्यार्थियों के दल को संग्रहालय का अवलोकन कराया तथा प्रदर्शित लोक विरासत की व्याख्या की। खत्री ने संग्रहित सांप सीढ़ी पेंटिंग, जैसलमेर के सिक्कों, राजाओं के चित्र,देशी धी भरने के चमड़े के बने कंटेनर, रसोई के कलात्मक बर्तन, ताले, महाजन बही खाते, मिट्टी के बर्तन, तोल माप के बाप, अजरकप्रिंट, संगीत के वाद्य यंत्र, जन्मपत्री इत्यादि के इतिहास कलात्मक महत्व की परिचर्चा की। विद्यार्थियों ने विरासत से संबंधित दोहे एव कविताएं तथा अनुभव सुनाकर परिचर्चा की।
कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मी नारायण श्रीमाली ने सभी आगंतुओं का स्वागत करते हुए आभार जताया तथा जैसलमेर की विरासत पर्यटन स्थलो के बारे में विस्तार से जानकारी पेश की। कार्यक्रम का गरिमामय संचालन यूथ हॉस्टल एसोसिएशन के राज्य सचिव घनश्याम खत्री ने किया।
इस अवसर पर चयन खत्री जीवन खत्री रमेश माहेश्वरी अनिल भार्गव चंदन सिंह मोहम्मद रफीक दामोदर गर्ग सुरेश हर्ष एवं करनी माल मंदिर के शिक्षक प्रेम कुमार शीतल शर्मा उपस्थिति थे।