विवादास्पद औपनिवेशिक काल के हीरे कोहिनूर को मई में टावर ऑफ लंदन में आयोजित सार्वजनिक प्रदर्शनी में विजय के प्रतीक के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। भारत कोहिनूर पर अपना दावा जताता रहा है। ब्रिटेन के महलों का प्रबंधन देखने वाली संस्था हिस्टोरिक रॉयल पैलेसेज (एचआरपी) ने इस सप्ताह कहा था कि प्रदर्शनी में कोहिनूर के इतिहास को भी प्रदर्शित किया जाएगा। दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताज में यह हीरा जड़ा हुआ है, जिसे पहनने से नईं महारानी कैमिला ने इनकार कर दिया था। अब यह ताज टावर ऑफ लंदन में रखा हुआ है। इस साल छह मई को महाराजा चार्ल्स द्वितीय और उनकी पत्नी कैमिला की ताजपोशी होनी है, जिसमें कैमिला यह ताज नहीं पहनेंगी। एचआरपी ने नई प्रस्तावित प्रदर्शनी का जिा करते हुए कहा, महारानी एलिजाबेथ के ताज में जड़े कोहिनूर के इतिहास को विजय के प्रतीक के रूप में बयां किया जाएगा।