कोलंबो । श्रीलंका में ईस्टर पर हुए बम विस्फोटों के बाद सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की बाढ़ सी आ गई, जबकि सोशल मीडिया पर आधिकारिक प्रतिबंध लगा हुआ है। इससे गलत सूचना को फैलने से रोकने की सरकार की अक्षमता रेखांकित होती है।गत 21 अप्रैल को श्रीलंका में गिरजाघरों और होटलों को निशाना बनाकर किये गए बम विस्फोटों की जिम्मेदारी आईएस द्वारा लिये जाने के बाद फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और वाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नौ दिन का प्रतिबंध लगाया गया था। उक्त हमलों में 258 व्यक्ति मारे गए थे और करीब 500 अन्य घायल हो गए थे।