शरीर के रक्त में कैल्शियम का सामान्य स्तर 8.5 से 10.2 मिलीग्राम / डेसीलीटर के बीच होता है। यदि रक्त में कैल्शियम का स्तर 8.5 mg/dL से कम है, तो इसे हाइपोकैल्सीमिया कहते हैं । और यदि रक्त में कैल्शियम का स्तर 10.2 mg/dL से अधिक है, तो इसे हाइपरकैल्सीमिया कहा जाता है ।
शरीर में कैल्शियम के कार्य—
1. कैल्शियम हड्डियों और दांतों की संरचना का मुख्य घटक है, जो उन्हें मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है ।
2. कैल्शियम मांसपेशियों के संकुचन और विश्राम के लिए आवश्यक है, जो शरीर की गतिशीलता के लिए महत्वपूर्ण है ।
3. कैल्शियम तंत्रिका तंत्र के सही ढंग से काम करने के लिए भी आवश्यक है, जो शरीर के विभिन्न अंगों और प्रणालियों के बीच संचार में मदद करता है ।
4. कैल्शियम रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया में भी शामिल है, जो चोट लगने पर रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है ।
कैल्शियम की कमी के लक्षण—
1. मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द ।
2. थकान और कमजोरी ।
3. मानसिक स्वास्थ्य में परिवर्तन जिसमें भूलने की बीमारी , भ्रम , अवसाद और चिन्ता ।
4. सूखी त्वचा और भंगुर नाखून ।
5. दांतों की समस्याएं ।
6. हड्डियों का कमजोर होना ।
7. मोटे बाल ।
8. असामान्य दिल की धड़कन ।
9. दौरे ।
10. झुनझुनी और सुन्नता ख़ास कर मुंह के आसपास, होठ, जीभ, उंगलियाँ और पैरों में ।
11. नसों और मांसपेशियों में उत्तेजना की कमी ।
क्या जाँचें करा सकते हैं—
1. रक्त में कैल्शियम स्तर ।
2. रक्त में कैल्शियम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा एल्बुमिन से बंधा हुआ है। इसलिए एल्बुमिन के स्तर को भी मापा जाता हैं ।
3. मैग्नीशियम, फास्फोरस, पीटीएच, विटामिन डी के स्तर के लिए रक्त परीक्षण ।
4. हृदय ताल असामान्यताओं के लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) परीक्षण ।
यूनानी उपचार—
1. कैल्शियम स्तर को बढ़ाने के लिए —कुश्ता शंख , कुश्ता गोदन्ती , ख़मीरा मरवारीद , अर्क अजवाइन , हब्बे असगंध , हब्बे शिलाजीत, जवारिश आँवला , माजून जोगराज गुगल, अर्क माउल लेहम आदि का प्रयोग किया जाता हैं ।
2. घरेलू नुस्ख़ों के रूप में—गिलोय , तुलसी के पत्ते, तिल के बीज , भीगा हुआ चुना या उसका पानी, दूध और दालचीनी आदि दिये जाते हैं ।
3. कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे कि डेयरी उत्पाद जैसे दही, पनीर, दूध हरी पत्तेदार सब्जियां, रागी, आँवलें, संतरा टमाटर सोयाबीन, तिल और कैल्शियम-फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ ।
4. विटामिन डी भी लें—विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी प्राप्त करना भी महत्वपूर्ण है
5. सप्लीमेंट्स लें—यदि अपने आहार में पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल रहा है, तो कैल्शियम सप्लीमेंट्स ले सकते हैं जैसे खजूर, केले, बादाम, चने और मखाने आदि ।