नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली/ भारत के मधुमेह से पीड़ित लाखों बच्चों और किशोरों (जुवेनाइल डायबिटीज टाईप -1) की बेहतरी के लिए गुजरात की दो डॉक्टर बहनें डॉ स्मिता जोशी और डॉ रावल शुक्ला शनिवार को अपने 12 राज्यों के स्वयं कार संचालित जागरूकता अभियान के अंतर्गत लखनऊ में राज्यपाल आनंदी बेन से भेंट की।
उन्होंने राज्यपाल से भारत के सभी राज्यों में पहले से मौजूद एनसीडी क्लीनिकों की तर्ज पर उत्तरप्रदेश के सभी जिला सरकारी अस्पतालों में समर्पित टाइप -1 मधुमेह क्लीनिकों की स्थापना कराने का आग्रह किया।
दोनों डॉक्टर बहनों ने अपने 20 अप्रैल को गुजरात की राजधानी गांधी नगर से की थी।
लखनऊ से वे मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंची है। वे भोपाल से महाराष्ट्र के नागपुर तथा नागपुर से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और वहां से सेल्फ ड्राइविंग करती हुई ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर जायेंगी।भुवनेश्वर से आगे वे फ्लाइट से असम की राजधानी गुवाहाटी और अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर, मणिपुर के इम्फाल होते हुए भुवनेश्वर पहुंचेगी और तत्पश्चात स्वयं कार ड्राइव द्वारा भुवनेश्वर से अपने गृह प्रदेश गुजरात वापसी करेंगी।
भारत के 10 लाख डायबिटीज बच्चों के हित में शुरु किए गए उनका यह अभियान स्वयं की समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना और जज़्बें को प्रदर्शित कर रहा है ।