रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि हस्तक्षेप न करने की नीति का पालन करते हुए और एक दूसरे की भावनाओं को समझकर ही क्षेत्रीय शांति स्थापित की जा सकती है।
आज नई दिल्ली में 12वें दक्षिण एशिया सम्मेलन- सार्क को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को छोड़कर क्षेत्र के सभी देशों ने हस्तक्षेप न करने की नीति का पालन किया है।
उन्होंने कहा कि भारत एक देश को छोड़कर अपने सभी पड़ोसियों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है ताकि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण बनाया जा सके।
श्री सिंह ने कहा कि सिर्फ एक देश के व्यवहार के कारण सार्क की पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। श्री सिंह ने कहा कि भारत दक्षिण एशिया क्षेत्र में संपर्क सुविधा विकसित करने के लिए प्रमुख भूमिका निभा रहा है और विकास के लिए अपने पड़ोसियों को ऋण सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
रक्षामंत्री ने कहा कि देश में आतंकवादी हमले हमें राज्य प्रायोजित आतंकवाद की याद दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि आतंकवादी और उन्हें बढ़ावा देने की विचारधारा वाले तथा वित्तीय नेटवर्क पूरी तरह अलग-थलग कर दिए जाएं तथा उन्हें किसी भी देश से मदद न मिले।