शहर के कोचिंग संस्थान जिला कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना करते हुए छात्रों पर पढ़ाई का दबाव लगातार बनाए हुए हैं। पढ़ाई के दबाव के तहत अवसाद में चलते हुए छात्र आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। पूर्व में जिला कलेक्टर ने सभी कोचिंग संस्थानों की एक मीटिंग लेकर सभी को रविवार के अवकाश वाले दिन कोचिंग विद्यार्थियों के टेस्ट नहीं लिए जाएं बावजूद इसके आज भी कोचिंग संस्थान उस आदेश की अवहेलना करके रविवार को कोचिंग छात्रों के धड़ल्ले से टेस्ट ले रहे हैं जिससे कोचिंग छात्र-छात्राओं पर पढ़ाई का भारी दबाव बड़ रहा है। जिसके कारण शहर में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। कुन्हाड़ी के कमला उद्यान इलाके में रह रहे एक और कोचिंग छात्र ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उसने हॉस्टल के कमरे में ही फांसी लगा कर अपनी जान दे दी। इसी महीने के 24 दिनों में यह आत्महत्या का चौथा मामला है जब कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे छात्र ने आत्महत्या की है। आंकड़ों के मुताबिक 8 से 11 मई के बीच तीन स्टूडेंट ने सुसाइड किया था। उसके 12 दिन बाद एक और स्टूडेंट ने मौत को अपने गले लगा लिया। इनमें तीन सुसाइड कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के है। ताजा मामले में मृतक स्टूडेंट आर्यन (16) निवासी खोजपुरा जिला नालंदा बिहार का रहने वाला था जोकि 1 महीने पहले ही कोटा आया था, वो 12वीं का छात्र था और कोटा में रहकर एलन कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने रूम से मृतक छात्र द्वारा किसी लड़की को लिखे गए लेटर भी बरामद किए हैं। फिलहाल छात्र द्वारा सुसाइड करने के कारण सामने नहीं आए है। डीएसपी शंकर लाल में बताया कि कोचिंग स्टूडेंट कमला उद्यान इलाके में रेहान रेजीडेंसी में रहता था। उसने हॉस्टल के रूम में पंखे से फांसी लगा ली। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबीएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया है। परिजनों को सूचना दी है। फिलहाल सुसाइड के कारण सामने नहीं आए है। आज परिजनों के नहीं पहुंचने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। अब तक 5 महीने में सुसाइड और जान देने की कोशिश के 10 मामले सामने आ चुके हैं।