कृषि अर्थशास्त्र एंव प्रबन्धन विभाग, राजस्थान कृषि महाविघालय, महाराणा प्रताप कृषि एंव प्रोद्योगिक विश्वविद्याालय, उदयपुर द्वारा प्रमेन्दर को ‘‘दक्षिणी राजस्थान में जिला केन्दि्रय सहकारी बैकों का प्रदर्शन‘‘ विषय पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी। परमेन्दर ने यह शोध कार्य कृषि अर्थशास्त्र एंव प्रबन्धन विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रौ.एस.एस. बुरडक के निर्देशन में पुर्ण किया। दक्षिणी क्षेत्र में डीसीसीबी का प्रदर्शन विभिन्न संकेतको जैसे कार्यशील पुंजी, निवेश, जमा, ओवरड्युज, कुल लागत प्रबन्धन आदि के लिए सन्तोषजनक पाया गया । लघु एवम् मध्यम अवधि के ऋण प्रवाह में अन्तर जिला असमान्ता पायी गयी। यह बैंक ऋण संवितरण एवम् वसूली की समस्या का सामना कर रहे है।