उदयपुर | जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग के तत्वावधान में कोरोना टीकाकरण पर परिचर्चा की अधिष्ठाता प्रोफेसर सुमन पामेचा ने अपने वक्तव्य में कोरोना वायरस के टीकाकरण के बारे में जानकारी देते हुए कोरोना के समय में किन-किन चीजों का परिवर्तन हुआ और प्राकृतिक वातावरण में क्या परिवर्तन आया उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी और जीवन चर्या पर विशेष चर्चा की गई और सावधानी रखने के लिए बताया गया कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई सावधानियां बताइ। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सामाजिक दूरी बनाये रखना नियमित हाथों की स्वच्छता बनाये रखना, चेहरे पर मास्क की अनिवार्यता एवं रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय बताये। डिप्टी रजिस्ट्रार रियाज हुसैन ने बताया कि कोरोना वायरस किस तरह से फैलता है और हमें इससे कैसे बचना है। इसी के साथ बताया कि पर्यावरण को बचाना चाहिए और कहा कि पेड़ फल नहीं देगा लेकिन छाव तो जरूर देगा प्रो. मलय पानेरी ने कोरोना टीकाकरण के बारे में अपने विचार व्यक्त किए और जागरूकता और सावधानी की बात बताई गई इसी के साथ एन.एस.एस. के प्रभारी डॉ पंकज रावल ने स्वागत एवं मंच संचालन करते हुए बताया कि कोरोना टीका करण का कोई दुष्प्रभाव नहीं है और टीकाकरण के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए कई उपाय बताए। डॉ. नारायण सिंह राव ने धन्यवाद ज्ञापित किया । संगम सदस्यों में डॉ सी.एल. भगोरा, डॉ राजेश शर्मा,डॉ रानी प्रभा सोलंकी डा ममता पानेरी श्री विनीत सोनेजी समस्त संगम सदस्य एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे जिनमें दीपेश्वर शर्मा का सम्मान किया गया