नईं दिल्ली। भारत डेटा सुरक्षा, निर्यांत नियंत्रण एवं प्रौद्योगिकी तथा भू-राजनीति पर उनके प्रभाव पर सोमवार से तीन दिवसीय वैकि शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है। इस शिखर सम्मेलन में नईं एवं उभरती प्रौद्योगिकियों, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और नवाचार तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित नीतिगत मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि वैकि प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन (जीटीएस) का विषय जियोपॉलिटिक्स ऑफ टेक्नोलॉजी है। यह शिखर सम्मेलन भू-प्रौद्योगिकी पर भारत का एक अहम आयोजन है। इसे विदेश मंत्रालय के नीति नियोजन एवं अनुसंधान प्रभाग तथा कार्नेगी इंडिया के साथ मिलकर आयोजित किया जा रहा है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जीटीएस में भारत और दुनिया भर से सौ वक्ता तथा हजारों प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।
इनमें नीति निर्माता, उद्योगों से जुड़े विशेषज्ञ, शिक्षाविद, टेक्नोोट और नवोन्मेषी शामिल हैं। बयान के अनुसार, इस शिखर सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, सिंगापुर, सिएरा लियोन, श्रीलंका, केन्या, लिथुआनिया, ब्राजील और यूरोपीय संघ सहित कईं देशों के मंत्री और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होंगे।