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मुफ्त की बिजली सबसे ज्यादा महंगी: भगवत बाबेल

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08 May 22
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मुफ्त की बिजली सबसे ज्यादा महंगी: भगवत बाबेल

उदयपुर, “एक ओर राजनैतिक पार्टीयों द्वारा मुफ्त बिजली देने के वायदे किये जा रहे हैं वहीं उद्योगों को बिजली की कमी की समस्या का सामना करना पड रहा है। बिजली की कमी की समस्या का समाधान सभी के सहयोग से ही संभंव हो सकेगा।  

उपरोक्त विचार श्री भगवत सिंह बाबेल ने व्यक्त किये। 

उदयपुर चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के पी.पी. सिंघल आॅडिटोरियम में “सोलर रूफटाॅप पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का आयोजन उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (यूसीसीआई) और फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एण्ड इण्डस्ट्री (फोर्टी) के संयुक्त तत्वावधान में राजस्थान सोलर एसोसिएशन (आर.एस.ए.) में किया गया । 

संगोष्ठी के आरम्भ में राजस्थान सोलर एसोसिएशन के फाउण्डर मेम्बर श्री राजेश्वर सिंह राजपुरोहित ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। 

यूसीसीआई के अध्यक्ष श्री कोमल कोठारी ने आमंत्रित प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज देश इस दौर से गुजर रहा है जब उद्योगो के समक्ष ऊर्जा की समस्या सामने आ रही है। सौर ऊर्जा इस समस्या का समाधान साबित हो सकती है। उन्होने प्रतिभागियों को सौर ऊर्जा की नवीनतम प्रोद्योगिकी और तौर-तरीके अपनाने की आवश्यकता पर बल देते हुये कहा कि इसके उपयोग से उत्पादित वस्तुओं की निर्माण लागत में कमी आने से उत्पाद को बाजार में प्रतिस्पर्धा के लायक बनाया जा सकता है । 

फोर्टी उदयपुर के अध्यक्ष श्री निशांत शर्मा ने कहा कि सौर उर्जा के उपयोग को बढावा देकर उद्योग और व्यवसाय की वर्तमान उर्जा जरुरतों को पूरा किया जा सकता है।

यूसीसीआई के उर्जा संबंधी मामलों के प्रमुख श्री अशोक शाह ने उद्योगों की विद्युत सम्बन्धी सभी समस्याएं से निपटने के उपाय के रुप में सौर उर्जा का इसका समाधान बताया।

पाॅलीकेब के श्री कपिल विधानी एवं श्री निकुंज माथुर ने सौर उर्जा सम्बन्धी जानकारी एवं समाधान प्राप्त करने हेतु पाॅलीकेब से सम्पर्क करने का आग्रह किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई.ई.ई.एम.ए. (इण्डियन इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) के पूर्व अध्यक्ष श्री भगवतसिंह बाबेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आम लोगों में उर्जा के बारे में जागरुकता की कमी है। यदि मुफ्त बिजली देने के बजाय सरकार द्वारा मुफ्त सोलर पेनल लगवाकर उर्जा संकट का समाधान किया जा सकता है क्योंकि पेट्रोलियम उत्पादों के भण्डार सीमित है एवं यह विचार करना जरूरी है कि खनिज तेल के समाप्त होने पर क्या होगा ? 

तकनिकी सत्र में अल्ट्रा वाईब्रेन्ट सोलर के श्री राजेश्वर सिंह राजपुरोहित ने पावर पोईन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से सौर ऊर्जा के उपयोग से सम्बन्धित सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। श्री राजेश्वर सिंह ने बताया कि देश के सभी राज्य सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन प्रदान कर रहे है। राजस्थान सरकार द्वारा ‘गैर परम्परागत एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढावा दिया जा रहा है। ‘‘सरकार द्वारा कार्यालय, कारखानों आदि की छतों पर सोलर पैनल लगाने की सुविधा प्रदान कर रही है। इस योजना का नाम सोलर रूफटॉप योजना है। इस योजना के अंतर्गत कोई भी नागरिक अपनी छत पर सोलर पैनल लगवा सकते है। 1 किलोवाट का सोलर पैनल लगाने के लिए 10 वर्ग मीटर स्थान की आवश्यकता पड़ती है।’’

पाॅलीकेब सोलर के श्री प्रेम कुमार ने रूफ टाॅप सोलर पावर प्लांट के तकनीक की पहलुओं की जानकारी देते हुए इसके लाभ से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि उद्यमी अपनी जरूरत के अनुसार सोलर पावर प्लांट स्थापित कर सौर ऊर्जा को उपयोग में ले सकते है। श्री प्रेम कुमार ने बताया कि छत के आकार के आधार पर उतने के.वी.ए. का रूफ टाॅप पावर प्लांट लगाया जाता है। सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किये जाने पर सरकार द्वारा प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ ही इसकी स्थापना से बचत संभव है।

 

अल्ट्रा वाईब्रेन्ट सोलर एवं पाॅलीकेब सोलर विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न औद्योगिक इकाईयों में सौर ऊर्जा के उपयोग की परियोजनाएं लागू किये जाने की सम्भावनाओं तथा उनकी व्यवहारिकता के सम्बन्ध में प्रतिभागियों की शंकाओं एवं जिज्ञासाओं का समाधान किया। 

श्री राजेश्वरसिंह राजपुरोहित ने अलग-अलग प्रकार की उत्पादन इकाईयों में सौर ऊर्जा परियोजनाएं लागू किये जाने की सम्भावनाओं के विषय में जानकारी दी । 

फोर्टी उदयपुर के संस्थापक अध्यक्ष श्री प्रवीण सुथार ने भी विचार रखे। 

कार्यशाला का संचालन श्री राजेश्वर सिंह राजपुरोहित ने किया। कार्यशाला में उदयपुर संभाग के प्रमुख लघु एवं मध्यम उद्योगों के प्रबन्धक एवं अधिकारियों सहित करीब 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

कार्यशाला के अन्त में सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राजस्थान सोलर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री रमाकान्त जांगिड ने बताया कि इस सेमिनार के दौरान सौर ऊर्जा से जुडे अल्ट्रा वाईब्रेन्ट सोलर एवं पाॅलीकेब सोलर के तकनीकी विशेषज्ञों के ज्ञान एवं अनुभवों का लाभ उद्यमियों एवं व्यवसायियों को प्रदान किया गया ताकि उद्योग क्षेत्रों के उद्यमियों को सौर ऊर्जा के उपयोग से होने वाले लाभों की जानकारी मिल सके और प्रदूषण में कमी आ सके। 


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