नयी दिल्ली। दूरसंचार नियामक ट्राई ने सोमवार कोव्हाट्सएप, स्काइप, वाइबर जैसे ओटीटी (ओवर द टॉप) संचार सेवा प्रदाताओं के लिये तत्काल कोई नियाकीय हस्तक्षेप से इनकार किया। उसने कहा कि कोई व्यापक नियामकीय व्यवस्था की सिफारिश करने के लिये यह उपयुक्त समय नहीं है। ट्राई के इस बयान से दूरसंचार कंपनियों को झटका लगा है जो ओटीटी संचार सेवा प्रदताओं के लिये समान नियम की लंबे समय से वकालत करते आ रहे हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने ओटीटी संचार सेवाओं के लिये नियामकीय व्यवस्था के मामले में अपना विचार रखते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीजें और स्पष्ट होने खासकर आईटीयू(अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ) के अध्ययन के बाद मामले पर गौर किया जा सकता है।