सिरोही। दांतराई धर्मनगरी से रविवार को रवाना हुआ ७०० यात्रियों का छः रि पालक संघ सोमवार को गाजते बाजते मालगांव पहुंचा तो वहां पर मालगांव संघ के प्रमुख पुखराज जे बाफना व उपप्रमुख प्रकाश एल संघवी की उपस्थिति में संघ की ओर से संघवी प्रकाश भाई लीलचंदजी परिवार ने भव्य सामैया किया। चतुर्विद संघ के साथ महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए ’’गुणी‘‘ कर अक्षतों से साधु साध्वीयों का वधामणा किया। आचार्य भगवंत रविरत्नसूरीजी आदि ठाणा के पहुंचने पर श्रावक-श्राविकाओ ने वंदन कर आशीर्वाद लिया।
दोपहर में तीर्थयात्रियों की उपस्थिति व आचार्य भगवंत की निश्रा में संघ आयोजक कांकरिया परिवार के श्रीमती पवनी बेन देवीचंदजी, किरण, नरेश एवं हीराचंद एस कांकरिया का मालगांव श्रीसंघ की ओर से बहुमान कर उनको अभिनंदन पत्र दिया गया। संघयात्रिकों के स्वागत में मालगांव जैन संघ के किशोर भाई एच. संघवी, मोहन भाई भेरमलजी, ललित भाई बी संघवी, रमण भाई एन बाफना, सरपंच किशोर बाफना, चेतन खुमचंदजी बाफना, दिनेश आर बाफना सहित अनेक प्रवासी दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों से आकर शामिल हुऐ।
आचार्य श्री ने अपने प्रवचन मे कहा कि संघयात्रा से अनेक कर्म खपते हैं ओर जीवन में धर्म का मर्म समझ में आता हैं।
मंगलवार को प्रातः वेला में पदयात्री मालगांव से रवाना होकर सिरोडी, केवलबाग व सनवाडा जैन मंदिर में दर्शन करते हुए सुबह ९ बजे पावापुरी तीर्थ-जीव मैत्रीधाम पहुंचेगा जहां मुख्य द्वार पर तीर्थ ट्रस्ट की ओर से तपस्वीरत्न श्रीमती रतनबेन बाबुलालजी संघवी चतुर्विद संघ का सामैया करेगी एवं मुख्य द्वार पर गौशाला के पशुपालक भी संघ का अपने ढंग से स्वागत करेंगे।