बांसवाड़ा /गायत्री मण्डल द्वारा संचालित श्री पीताम्बरा आश्रम मेंं आध्यात्मिक संकीर्तन समागम एवं प्रदोष महोत्सव शनिवार देर रात सम्पन्न हुआ।
इसमें धनतेरस के उपलक्ष्य में इस्कॉन की बांसवाड़ा इकाई एवं गायत्री मण्डल के संयुक्त तत्वावधान में आध्यात्मिक समागम, भगवन्नाम संकीर्तन तथा दीपदान उत्सव हुआ।
इस अवसर पर इस्कॉन के अनुराग प्रभु (अहमदाबाद) ने भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए दामोदर मास कार्तिकोत्सव महिमा पर विस्तार से चर्चा की और इसके महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए धार्मिक परम्पराओं से जुड़ने और सहभागिता निभाने का आह्वान किया।
इस्कॉन प्रतिनिधियों का अभिनन्दन
गायत्री मण्डल की ओर से पं. मनोहर एच. जोशी एवं पं. मधुसूदन व्यास ने भक्तों का स्वागत किया तथा अनुराग प्रभु (अहमदाबाद), अभिनन्दन प्रभु एवं विश्वात्मा प्रभु को पुष्पहार, पगड़ी एवं उपरणा पहनाकर अभिनन्दन किया। इस्कान की बांसवाड़ा इकाई की साधिकाओं का भी अभिनन्दन किया गया।
इस्कॉन द्वारा आयोजित संकीर्तन उत्सव में साधकों एवं साधिकाओं ने लोकवाद्यों की धुनों पर थिरकते हुए भजनों की सुरीली तान पर मनोहारी नृत्य प्रवाह से माहौल में श्रृद्धा और भक्ति का ज्वार उमड़ाते हुए भावविभोर कर दिया।
दीपदान उत्सव में भजनों के माधुर्य गान के साथ दीप श्रृंखलाएं सजा कर दीप दान किया गया। इसमें बड़ी सं्रख्या में दीपक प्रज्वलित कर दैवीय आराधना का क्रम पूर्ण किया गया।
शनि प्रदोष पर यजुर्वेदीय विधान से रूद्राभिषेक
इससे पूर्व शनि प्रदोष महोत्सव पं. मनोहर एच. जोशी के आचार्यत्व में हुआ। इसमें मुख्य साधक अरुण व्यास एवं श्रीमती रचना व्यास ने यजुर्वेदीय विधान से शिवार्चन अनुष्ठान किया और विभिन्न दिव्य उपचारों से नर्मदेश्वर शिव का पूजन-अर्चन एवं रूद्राभिषेक किया।
शैव आरती एवं पुष्पान्जलि विधान में मण्डल के पदाधिकारियों, सदस्यों, आश्रम के साधकों एवं साधिकाओं तथा शिवभक्तों ने हिस्सा लिया। आश्रम परिसर स्थित दैव प्रतिमाओं का मनोहारी श्रृंगार एवं विशेष पूजन-अर्चन किया गया। दिन में धन्वन्तरि जयन्ती मनाई गई।