उदयपुर, एमपीयूएटी के अंतर्गत संचालित अखिल भारतीय मक्का अनुसंधान परियोजना के तहत सांगवा ग्राम में एक दिवसीय मक्का प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न ग्रामों से आए 100 किसानों ने भाग लिया और मक्का की उन्नत खेती की तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे डॉ. शंकर लाल जाट (भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, लुधियाना), डॉ. आर.एल. सोनी (निदेशक प्रसार शिक्षा), डॉ. अमित दाधीच (परियोजना प्रभारी), डॉ. ज्वाला जिंदल (कीट वैज्ञानिक, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय), डॉ. एन. मल्लिकार्जुन (पादप एवं रोग वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बेंगलुरु), डॉ. आई. सुधीर कुमार (प्लांट ब्रीडर, आंध्र प्रदेश), डॉ. हरीश कुमार सुमेरिया (सस्य वैज्ञानिक), डॉ. रमेश बाबु (कीट वैज्ञानिक), डॉ. राम नारायण कुम्हार (सूत्रकृमि एवं रोग वैज्ञानिक) तथा प्रहलाद सिंह झाला (कृषि पर्यवेक्षक, राजस्थान सरकार)।
डॉ. अमित दाधीच ने सभी वैज्ञानिकों व किसानों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की नई किस्मों का परिचय दिया और मक्का को मेवाड़ की मुख्य फसल बताते हुए किसानों को अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित किया।
डॉ. हरीश कुमार सुमेरिया ने प्रथम पंक्ति दर्शन पद्धति की जानकारी दी, वहीं डॉ. ज्वाला जिंदल ने मक्का में लगने वाले कीटों के नियंत्रण पर प्रकाश डाला। डॉ. मल्लिकार्जुन ने रोग प्रबंधन, जबकि डॉ. सुधीर कुमार ने आंध्र प्रदेश में अपनाई जाने वाली उन्नत खेती पद्धतियों का विवरण दिया।
डॉ. आर.एल. सोनी ने किसानों को आय दोगुनी करने के उपाय बताए। डॉ. राम नारायण कुम्हार ने कीट, सूत्रकृमि और रोग पहचान व समय पर उपचार की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि डॉ. शंकर लाल जाट ने उन्नत खेती की चुनौतियों व समाधान, बाजार रणनीति तथा मक्का से बनने वाले उत्पादों के मूल्य संवर्धन पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम के अंत में किसानों को हाथ से खरपतवार निकालने की मशीन वितरित की गई और उसका प्रशिक्षण दिया गया।