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मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम ने भारत और फ्रांस के बीच इंटरकॉन्टिनेंटल रोबोटिक कार्डिएक सर्जरी को संभव बनाया

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27 Jul 25
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मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम ने भारत और फ्रांस के बीच इंटरकॉन्टिनेंटल रोबोटिक कार्डिएक सर्जरी को संभव बनाया

 

उदयपुर : वैश्विक चिकित्सा सहयोग और सर्जिकल नवाचार के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए, एसएस इनोवेशन इंटरनेशनल, इंक. ने सोसाइटी ऑफ रोबोटिक सर्जरी (एसआरएस) के वार्षिक सम्मेलन, स्ट्रासबर्ग, फ्रांस में, अपने स्वदेशी रूप से विकसित एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम का उपयोग करके दो जटिल इंटरकॉन्टिनेंटल टेली-सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि तकनीकी श्रेष्ठता के माध्यम से समय और दूरी की बाधाओं को समाप्त कर, विश्व भर में मरीजों तक विशेषज्ञ सर्जरी सेवाएं पहुंचाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।

इन प्रक्रियाओं ने लगभग 10,000 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो टीमों – फ्रांस के स्ट्रासबर्ग स्थित आईआरसीएडी (IRCAD) मुख्यालय और भारत के एसएआईएमएस (SAIMS) व आईआरसीएडी नेशनल सेंटर, इंदौर को जोड़ते हुए एसएसआई मंत्रा की अभूतपूर्व सर्जिकल सटीकता का प्रदर्शन किया।

पहली प्रक्रिया, गैस्ट्रिक बाईपास, आईआरसीएडी इंडिया के प्रेसिडेंट और मोहक बैरियाट्रिक्स एंड रोबोटिक्स, इंदौर के संस्थापक, डॉ. मोहित भंडारी द्वारा की गई, जिसे केवल 44 मिनट में बिना किसी जटिलता के पूरा किया गया। इससे सिस्टम की स्थिरता, सटीकता और लेटनसी-फ्री ऑपरेशन सिद्ध हुआ।

दूसरी प्रक्रिया, एक रोबोटिक एएसडी क्लोजर, एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल के संस्थापक, चेयरमैन और सीईओ, डॉ. सुधीर श्रीवास्तव द्वारा की गई। इस सजीव टेली-सर्जरी का संचालन विख्यात रोबोटिक कार्डिएक सर्जन डॉ. हुसाम एच. बाल्खी (अध्यक्ष – इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर मिनिमली इनवेसिव कार्डियोथोरेसिक सर्जरी और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो मेडिसिन के रोबोटिक कार्डिएक सर्जरी विभाग के निदेशक) ने किया।

डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर कहा कि SRS 2025 कॉन्फ्रेंस में यह अवसर देने के लिए डॉ. विपुल पटेल (अध्यक्ष – SRS), डॉ. मोहित भंडारी, आईआरसीएडी इंडिया टीम और हमारी एसएस इनोवेशन्स टीम का आभार व्यक्त करता हूं। यह विश्व की पहली इंटरकॉन्टिनेंटल कार्डिएक रोबोटिक टेली-सर्जरी है। यह एसएसआई मंत्रा 3 की क्षमताओं का प्रमाण है और यह जटिल कार्डिएक देखभाल को वैश्विक रूप से सुलभ बनाने का मार्ग प्रशस्त करता है।

डॉ. मोहित भंडारी ने कहा कि एक जटिल गैस्ट्रिक बाईपास को महाद्वीपों के पार बैठकर करना, सर्जिकल विज्ञान में एक परिवर्तनकारी क्षण है। यह केवल तकनीकी दक्षता नहीं है, बल्कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में अंतर को पाटने की बात है। एसएसआई मंत्रा की सफलता यह साबित करती है कि सुरक्षित, सटीक और समावेशी सर्जरी का भविष्य भारत में आकार ले रहा है।

एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल भारत की एकमात्र सर्जिकल रोबोटिक्स कंपनी है जिसे सीडीएससीओ से टेली-प्रॉक्टरिंग और टेली-सर्जरी दोनों के लिए स्वीकृति प्राप्त है।


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