गीतांजली कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एवं एलाइंस सोल्यूशनस के संयुक्त तत्वाधान में क्लिीनिकल काइनेसियोलोजी ’शोल्डर एण्ड फूट रीहेब’ कार्यशाला का समापन समारोह गीतांजली सभागार में हुआ ।
कार्यक्रम संयोजक एवं गीतांजली कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के डीन डॉ पल्लव भटनागर ने बताया कि एचपीसी-यूके आईएससीपी आयरलैंड के सदस्य डॉ के. एम. अन्नामल्लाई ने गीतांजली कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के विद्यार्थियों को कंधे एवं पैर की बिमारियों के बारे में प्रशक्षित किया । उन्होंने यह भी बताया कि पैर का दर्द कंधे तक और कंधे का दर्द पैर तक आ सकता है । नंगे पैर चलने से शरीर का आकार ठीक रहता है और शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है। इस कार्यशाला में 80 से ज्यादा विद्यार्थियों ने भाग लिया । साथ ही कई फिजियोथेरेपिस्ट भी इस कार्यशाला में सम्मलित हुए । कार्यशाला का उद्दे८य विद्यार्थियों को कंधे एवं पैर की बिमारियों एवं निदान के बारे में अवगत कराना था ।
इस कार्यशाला का उदघाटन समारोह सरस्वती वंदना एवं दीप प्रजवल्लन मुख्य अतिथि डॉ केएम अन्नामल्लाई, डीन गीतांजली कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी डॉ पल्लव भटनागर एवं रेजिस्टार भुपेंद्र मंडलिया द्वारा किया गया । कार्यशाला का संचालन फाईनल वर्षकी छात्र दशर्ना मिश्रा एवं अतिथियों को धन्यवाद डॉ पल्लव भटनागर ने ज्ञापित किया ।
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