उदयपुर| जिले में भेड निष्क्रमण एवं नियमन 2019-20 की समीक्षा को लेकर बैठक मंगलवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) नरेश बनुकर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. शक्ति सिंह, संयुक्त निदेशक ललित जोशी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड़, रसद विभाग से प्रद्युमन सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) ललित शंकर आमेटा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में बताया कि जिले का भेड निष्क्रमण मार्ग मध्यप्रदेश से बांसवाड़ा, आसपुर, झल्लारा, सलुम्बर, जयसमन्द, केवडे की नाल, डाकन कोटडा, उदयपुर बाईपास, गोगुन्दा, जसवन्तगढ़ या देवला होकर मारवाड एवं वापसी इसी मार्ग से तय है। अतः निष्क्रमण इसी मार्ग से कराये जाने एवं भेड पालकों द्वारा निर्धारित मार्ग न छोडने पर समझाइश करने तथा फिर भी न माने तो सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। निर्देशानुसार जिले में पशुपालन विभाग की चेकपोस्ट 1 जुलाई प्रारम्भ की जाती है। किन्तु उदयपुर जिले में पूर्व आवगमन की सम्भावना को देखते हुए 25 जून से चेकपोस्ट क्रियाशील कर दी जाएगी।
यह भी यह अवगत कराया की भेडपालक निर्धारित मार्ग छोडकर अन्य मार्ग जैसे सलुम्बर से ईसरवास के रास्ते पर, खैराड से करावली के रास्ते पर, जयसमन्द की पाल से, चॉदघाटी से झामरकोटडा की ओर चले जाते है वहां विशेष चौकसी बरती जाएं एवं पूर्ण नियन्त्रण रखा जाए तथा निष्क्रमण मार्ग छोडने पर प्रशासन एवं पुलिस विभाग को अविलम्ब सूचित किया जाना सुनिश्चित करे।
बैठक में बताया कि चैक पोस्ट पर पुलिस विभाग, वन विभाग के कर्मचारियों की नियुक्ति एवं पशुपालन विभाग द्वारा स्थाई, अस्थाई, अतिरिक्त चैक पोस्ट पर कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी गई है। चैक पोस्ट एवं निर्धारित मार्ग पर पड़ने वाली पशु चिकित्सा संस्थाओं में आवश्यकतानुसार टीके एवं औषधियाँ उपलब्ध करवा दी गई है
एडीएम प्रशासन ने बैठक में उपस्थित पुलिस विभाग, फोरेस्ट विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, रसद विभाग, राजस्व विभाग एवं पशुपालन विभाग के प्रतिनिधयों को भेड़ निष्क्रमण 2019-20 के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि भेड़पालक निर्धारित मार्ग पर चलें एवं ग्रामों की चारागाह भूमि में प्रवेश नहीं करें, वन विभाग क्षैत्र में घूसते ही पुलिस विभाग, वन विभाग एवं पशुपालन विभाग आपसी सहयोग से सुचारू निष्क्रमण कराने हेतु समुचित कार्यवाही कराना सुनिश्चित करे। इस हेतु दल प्रभारी के मोबाइल नम्बर नोट करने एवं आपसी समझाइश से भेड़पालकों के निर्धारित मार्ग पर ही चलने हेतु प्रेरित करें। बैठक में उपस्थित रसद विभाग के प्रतिनिधि ने निष्क्रमण करने वाले भेड़ पालको के आधार कार्ड, राशन कार्ड द्वारा बायोमेट्रीक पद्वति से मार्ग में पडने वाली राशन की दुकानो से रसद सामग्री उपलब्ध करवाने, चिकित्सा विभाग के प्रतिनिधी ने निष्क्रमण करने वाले भेड पालको एवं उनके परिवार जनो को मार्ग में पडने वाली चिकित्सा संस्थाओं द्वारा आवश्यकतानुसार उपचार एवं टीकाकरण आदि व्यवस्था सुनिश्चित कराने तथा शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि ने भेड़पालको के बच्चों को शिक्षा संबंधी सुविधाए उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
डीवाईएसपी नरेन्द्रसिंह देवड़ा ने बताया कि भेड़ निष्क्रमण एवं नियमन 2019 के सुचारू संचालन हेतु कार्यालय जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर द्वारा पशुपालन विभाग द्वारा लगाई गई चैक पोस्ट एवं भेडो की संख्या को मध्यनजर रखते हुए कानून व्यवस्था एवं भेड़ निष्क्रमण हेतु 50 होमगार्ड की माग महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर रेन्ज को भिजवाई गई है एवं वृताधिकारीगण एवं थानाधिकारी गण को भेड़ पालको के निष्क्रमण मार्ग पर ही चलने हेतु संबंधितो को निर्देशित कराया, के बारे में अवगत कराया, साथ ही ईसवाल गोगुन्दा मार्ग पर पीर बावजी स्थान के आस-पास प्रतिवर्ष निष्क्रमण के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं की संभावनों को देखते वाहन व्यवस्था हेतु (डेन्जर जोन) साईन बोर्ड लगवाने हेतु आश्वस्त किया।